जगदलपुर। विशाखापटनम रेलमंडल के अंतर्गत किरन्दुल-कोत्तावालसा रेल लाईन में शामिल किरन्दुल रेल सेक्शन में नक्सलियों द्वारा शनिवार-रविवार की दरमियानी रात पटरी खोलने से लौह अयस्क से भरी डाऊन ट्रेन की 24 वेगन और 3 इंजन डीरेल हुए थे। घटना के 60 घंटे बाद भी केके लाईन बाधित है। इस दौरान ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह से ठप है।
मालूम हो कि माओवादियों ने जिस सोच के साथ घटना को अंजाम दिया था उनका उद्देश्य रेलवे ब्रिज को क्षतिग्रस्त करना था। वे इसमे सफल नहीं हो पाए, यदि ऐसा होता तो दक्षिण बस्तर से रेल संपर्क और लौह अयस्क परिवहन का कार्य लम्बे समय तक बाधित रहता। इससे रेलवे को और नुकसान उठाना पड़ता। बहरहाल माओवादियों ने जिस घटना को अंजाम दिया उसमें भी जिस तरह से 24 वेगन क्षतिग्रस्त हुए हैं, वे किसी काम के नहीं रह गए हैं। मौके पर पहुंचे जानकारों के अनुसार तीन वेगन को रेलवे ब्रिज के नीचे ही फेंक दिया गया है। इससे ट्रेक को क्लियर करने और नई पटरी बैठाने का काम हो सके। बताया जा रहा है कि घटना स्थल पर 40 घंटों से डटे डीआरएम मुकूल शरण माथुर की मौजूदगी में युद्धस्तर पर मरम्मत कार्य चल रहा है।
आरपीएसएफ, सीआरपीएफ, कोबरा बटालियन, दंतेवाड़ा पुलिस बल के निगरानी में बाधित रेल मार्ग को बहाल करने दिन-रात काम किया जा रहा है। रेलवे सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 20 वेगन को हटाया जा चुका है जबकि 3 इंजन को पटरी पर वापस लाया गया है। इस बीच पीडब्ल्यूआई इंजीनियरिंग स्टाफ, सैकड़ों मजदूरों तथा एआरटी के सहायता से रेलपटरी बिछाने का कार्य किया जा रहा है।
विशाखापटनम रेलमंडल के सीनियर डीसीएम सुनील कुमार ने मीडिया को जारी बयान में बताया कि केके लाईन में मरम्मत कार्य को ध्यान में रखकर 26 जून तक मार्ग बाधित रहेगा। इसके चलते विशाखापटनम से किरन्दुल चलने वाली वनव्हीके पैसेंजर कोरापुट तक ही संचालित की जाएगी। किरन्दुल से विशाखापटनम चलने वाली टूव्हीके किरन्दुल में ही रद्द है। विशाखापटनम से किरन्दुल चलने वाली स्पेशल नाईट एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन इस दौरान जगदलपुर से विशाखापटनम किया जाएगा।
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