
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का पांच दिवसीय मानसून सत्र 2 जुलाई से प्रारंभ होने जा रहा है। इस सत्र के लिए विधायकों ने प्रश्र लगाना भी शुरू कर दिया है। दो दिन में कुल 544 प्रश्र लगाए जा चुके है। इनमें 276 तारांकित एवं 268 अतारांकित प्रश्र शामिल है।
विधानसभा सचिवालय से मानसून सत्र की अधिसूचना जारी कर दी है। इस बार मानसून सत्र 5 दिनों का होगा। 2 तारीख से प्रारंभ होकर सत्र 6 जुलाई को समापन होगा। मानसूत्र सत्र कम दिनों का जरूर है लेकिन बावजूद सत्र काफी हंगामेदार हो सकता है। एक ओर जहां विधायकों द्वारा अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं एवं जनता के हितों से जुड़े मुद्दों को प्रश्रों के माध्यम से उठाएंगे, वहीं दूसरी ओर चुनावी माहौल को देखते हुए विपक्षी दल सत्र में कई मुद्दों पर सत्ता पक्ष का घेराव करने का प्रयास करते हुए जमकर हंगामा कर सकते है।
ज्ञात हो कि रमन सरकार के प्रथम चरण की विकास यात्रा 14 जून को खत्म हो रही है। इस विकास यात्रा के खत्म होने के बाद सरकार विधानसभा की तैयारियों में जुट जाएंगे। मानसून सत्र को बुलाने के पीछे मुल उद्देश्य सरकार को अनुपूरक बजट पारित कराना है। इस सत्र में मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह अनुपूरक बजट पेश करेंगे। इस बजट में शिक्षाकर्मियों को संविलियन के रूप में दी जाने वाली अतिरिक्त बजट को भी शामिल किया जा सकता है। ज्ञात हो कि शिक्षाकर्मियों को संविलियन की मांग को सरकार ने मान लिया है। मुख्यमंत्री ने अंबिकापुर में आयोजित आमसभा में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की मौजुदगी में इसकी घोषणा की। इस ऐलान के बाद सरकार जल्द ही कैबिनेट की बैठक में इससे संबंधित प्रस्ताव लाकर इस पर मुहर भी लगा देगी।
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