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सावधान रहें, मोबाइल सोख लेता है शरीर का पानी, खाना पकाने की प्रक्रिया की तरह ही इसकी क्रिया

क्या आप जानते हैं कि आपके द्वारा लगातार इस्तेमाल किया जाने वाला मोबाइल आपका शरीर से पानी अवशोषित कर लेता है। ये प्रक्रिया बिल्कुल वैसी ही होती है जैसे खाना पकाने के दौरान क्रिया होती है। ये हम नहीं कह रहे हैं, ये कह रहे हैं पं. जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय नई दिल्ली के प्रोफेसर जितेन्द्र बेहारी। श्री बेहारी का कहना है कि मनुष्य के शरीर करीब 70 प्रतिशत से अधिक पानी होता है। ऐसे में जब पानी इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन के प्रभाव में होता है तब वो रेडिएशन का अवशोषण करता है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि जब खाने को माइक्रोवेव ओवन में पकाया जाता है तो सबसे पहले खाने का पानी सूखता है। करीब-करीब ऐसा ही मानव शरीर में होता है। उन्होंने कहा कि इसका विपरीत असर शरीर के अन्य अंगों और दिमाग पर पड़ता है। खासकर ऐसे अंगों और दिमाग पर इसका दुष्प्रभाव अधिक होता है क्योंकि इनमें द्रव्य की मात्रा अधिक होती है। शरीर में द्रव्य की मात्रा में असंतुलन की स्थिति होने से कई बीमारियां होती हैं।


बेहारी का कहना है कि पश्चिमी देशों में हुए शोध भी इस बात की तस्दीक करते हैं कि मोबाइल नपुंसकता को बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि मोबाइल में लंबे समय तक बात करने से मोबाइल काफी गरम भी हो जाता है, यह भी सेहत के लिए खासा नुकसानदायक होता है। यही नहीं मोबाइल का बेतहाशा प्रयोग करने से विद्युत चुंबकीय क्षेत्र फ्री रेडिकल की संख्या में इजाफा कर देता है, जिससे बॉयोलॉजिकल सिस्टम के बिगडऩे की संभावना काफी बढ़ जाती है।
आप भी पहचानें दोस्त या दुश्मन है मोबाइल
मोबाइल आज जिंदगी का अभिन्न अंग बन चुका है, लेकिन एक ओर जहां हम इससे पूरी दुनिया से जुड़े रहते हैं, वहीं इसके अत्यधिक इस्तेमाल से कई प्रकार की परेशानियां भी पैदा हो रही हैं।
परेशानियां

  • स्पर्म में 30 प्रतिशत तक की कमी आ सकती है
  • ज्यादा इस्तेमाल से ब्रेन कैंस का खतरा कई गुना ज्यादा हो सकता है
  • मोबाइल से निकलने वाली रेडियो फ्रीक्वेंसी से डीएनन के नष्ट होने का खतरा
  • नई कोशिका बननी बंद हो सकती है
  • सेल फोन से टॉवर से निकलने वाला रेडिएशन युवाओं को सिर को 25 प्रतिशत, 10 से 5 साल तक के बच्चों के सिर को
  • 50 प्रतिशत और 5 साल से कम उम्र के बच्चों को 75 प्रतिशत तक प्रभावित करता है
  • सिर दर्द, अनिद्रा व बच्चों में ल्यूकेमिया की संभावना बढ़ जाती है
  • अल्जाइमर जैसी बीमारियों का खतरा बना रहता है

बचने के उपाय

  • अलार्म के लिए इस्तेमाल न करें
  • मोबाइल को शरीर से दूर रखे
  • कॉल और रिसीव करे के लिए हेडसेट का प्रयोग करें
  • सोत वक्त इसे अपने बिस्तर व सिर से दूर रखें
  • जरूरी कॉल ही करें

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