रायपुर। जिला पंचायत रायपुर के पूर्व अध्यक्ष अशोक बजाज ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कांगे्रस के राज में पंचायत राज संस्थाए केवल शो पीस थी, जबकि भाजपा के राज में पंचायती राज संस्थाओं को प्रजातंत्र की एक भरोसेमंद ईकाई के रूप में विकसित किया गया है। ग्रामीण विकास के सारे कार्य पंचायतों के माध्यम से ही हो रहे हैं। श्री बजाज ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष को सत्ता से हटने के बाद अब किसान याद आ रहे हैं जबकि कांग्रेस ने ही किसानों को कर्ज में डूबाया था अब भाजपा सरकार किसानों की माली हालत सुधार कर उन्हें उबारने में लगी है। श्री बजाज ने कहा कि संविधान की दुहाई देने वाले राहुल गांधी भाजपा पर आरोप मढऩे के पहले अतीत का अध्ययन करें और यह बतायें कि 1992 में 4 राज्यों की निर्वाचित सरकारों को क्यों भंग किया गया? यह भी बतायें कि 1975 में इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला आने के बाद संविधान और न्यायपालिका के आदेश का कितना पालन किया गया? उन्होंने कहा कि कांगे्रस ने इमरजेंसी के दौरान प्रेस सेंसरशीप लगाकर प्रेस की आजादी का गला घोंट दिया था ।
तब उस समय के कर्णधारों को पत्रकारों के सम्मान व सुरक्षा की याद क्यों नहीं आई? श्री बजाज ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह के कार्यकाल में 2004 से 2014 तक कांग्रेस के नेता महिला आरक्षण पर मौन क्यों थे? आज सत्ता से हटने के बाद महिला आरक्षण बिल याद आ रहा है। उन्होंने कहा कि श्री गांधी यह भी याद करें कि कांग्रेस ने 1984 के दंगे के दौरान नफरत की दीवार खड़ी कर देश को बांटने का काम किया था। श्री बजाज ने कहा कि कांग्रेस के नेता जब भ्रष्ट्राचार की बात करते हैं तब हंसी आती है, क्योंकि देश में भ्रष्ट्राचार को पुष्पित व पल्लवित करने का काम कांग्रेस ने ही किया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता कांग्रेस को टेस्ट भी कर चुकी है तथा रिजेक्ट भी कर चुकी है। श्री बजाज ने कहा कि राहुल गांधी जहां जहां जाते हैं उनकी सत्ता भी चली जाती है, अत: उनके लिए बेहतर तो यही होगा कि वे सत्ता की लालसा त्याग कर अच्छे विपक्ष की भूमिका के लिए स्थानीय नेताओं को प्रशिक्षित करें।
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