रायपुर। प्रदेश के विभिन्न किसान संगठनों के नेतृत्वकारियों का वृंदावन हॉल रायपुर में बैठक हुई। बैठक में राज्य सरकार की किसान विरोधी नीतियों और उनकी वादाखिलाफी के विरोध में अभियान चलाने के संबंध में चर्चा की गई।
किसान नेताओं ने कहा कि सरकार रबी फसल में चना,गेंहू, मसूर आदि का समर्थन मूल्य देने में नाकामयाब है। सरकार ने रबी फसल में चना सहित दलहन तिलहन बोने अनिवार्य किया था परंतु अब उनके उपज को समर्थन में खरीदी भी नहीं कर पा रही है। जिससे किसान कर्ज की बोझ से लदते जा रहे हैं। एक बार फिर राज्य की भाजपा सरकार विकास यात्रा के नाम पर किसानों व आम जनता को छलने की कोशिश कर रही है। आगामी 11 मई से शुरू हो रहे भाजपा सरकार की विकास यात्रा का मुख्यमंत्री के गृह जिले से विरोध किया जायेगा जो राज्यव्यापी आंदोलन का रूप लेगी।
बैठक में जिला किसान संघ बालोद, जिला किसान संघ राजनांदगांव, संयुक्त किसान मोर्चा, अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा, किसान मजदूर संघर्ष समिति रायगढ़, प्रगतिशील किसान संगठन दुर्ग, किसान समन्वय समिति कांकेर, दलित आदिवासी मंच आदि संगठनों से पारसनाथ साहू, मदन लाल साहू, सुदेश टीकम, आईके वर्मा, जनकलाल ठाकुर, तेजराम विद्रोही, जागेश्वर चंद्राकर, सोनाऊराम नेताम, लोकनाथ नायक, गजेंद्र कोसले, वेगेन्द्र सोनाबेर, कौशल देवांगन, थानेंद्र पटेल, रमाकांत बंजारे, महेन्द्र यादव सहित दुर्ग, राजनांदगांव, बालोद, धमतरी, गरियाबंद, रायपुर, महासमुंद, बलौदाबाजार, रायगढ़, कांकेर आदि जिलों से किसान संगठन के प्रमुख उपस्थित थे।
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