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ED को मिली कैश भरी आलमारी… IAS और काराेबारियों से अब तक 6.5 करोड़ रुपए के गहने और नगद बरामद…

रायपुर, बिलासपुर, महासमुंद में जारी ED की छापेमारी के बाद अब तस्वीरें सामने आई हैं। ये तस्वीरें हैं नोटों के बंडलों की। IAS अफसर और कारोबारियों के घर से इतना अवैध कैश मिला है कि आलमारी भर गई। करारे नोटों के कई ऐसे बंडल मिले हैं, जिनमें सारे के सारे नए नोट हैं। ED के अधिकारियों ने तस्वीरें जारी कर बताया है कि प्रदेश में हुई कार्रवाई में अब तक 6.5 करोड़ की बरामदगी हुई है।

ED ने आधिकारिक तौर पर बताया कि तलाशी अभियान में बेहिसाब नकदी, सोना और गहनों के रूप में लगभग 6.5 करोड़ रुपये जब्त किए। ED ने अपनी तरफ से पुष्टि करते हुए कहा है कि IAS समीर विश्नोई के अलावा कारोबारी सुनील अग्रवाल, लक्ष्मीकांत तिवारी को रायपुर की विशेष अदालत ने कोयला घोटाला मामले में 21 अक्टूबर तक रिमांड पर ED को सौंपा है। इनसे पूछताछ जारी है। गुरुवार काे ही अदालत ने रिमांड का आदेश जारी कर दिया था।

जानिए प्रदेश में पड़े ED छापों में अब तक क्या हुआ
11 अक्टूबर की सुबह 10 अलग-अलग टीमों ने रायपुर समेत प्रदेश के कई शहारों में छापा मारा।

ED के पास खनिज विभाग के काम-काज में अवैध लेन-देन का इनपुट था।

रायपुर में IAS समीर विश्नोई के घर भी छापा पड़ा।

12 अक्टूबर को विश्नोई और दो कारोबारियों को हिरासत में लिया गया।

13 अक्टूबर को इन्हें रायपुर की अदालत में पेश किया गया।

ED ने कोर्ट में कहा IAS के घर से 4 किलो सोना, 47 लाख कैश और 20 कैरेट का हीरा मिला है।

13 अक्टूबर को ही समीर की पत्नी प्रीति ने CM भूपेश से मुलाकात कर सुरक्षा मांगी और कहा ED अफसरों ने धमकाकर कुछ दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कराए हैं।

21 अक्टूबर तक IAS समीर और दो कारोबारी ED की गिरफ्त में ही रहेंगे।

छत्तीसगढ़ इंफोटेक सोसायटी के चीफ IAS समीर विश्नोई ED की गिरफ्त में हैं। गुरुवार को रायपुर की अदालत ने इन्हें 8 दिन की रिमांड पर ED अफसरों को सौंप दिया। 11 अक्टूबर को इनके सरकारी बंगले पर ED का छापा पड़ा था। प्रदेश के वरिष्ठ अफसरों में से एक विश्नोई के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग, अवैध लेन-देन जैसे इनपुट ED के पास है। इनसे जुड़ी पूछताछ अफसर से चल रही है।.

मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर बोला था हमला
ईडी की कार्रवाई पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहले भी कह चुके हैं कि,भाजपा सीधे लड़ नहीं पा रही है तो ईडी-आईटी, डीआरआई के माध्यम से लड़ने की कोशिश कर रही है। मैं पहले ही कह चुका हूं कि ये और आएंगे। यह आखिरी नहीं है। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएगा इनकी यात्राएं बढ़ेंगी। यह डराने-धमकाने का ही काम है। उसके अलावा कुछ नहीं।

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