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छत्तीसगढ़ : कोरोना वायरस संक्रमितों से अस्पतालों के बेड हुए फुल… प्रदेश में मिले 2665 नये संक्रमित… जानिए अपने जिले का हाल…

रायपुर: देश भर में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के चलते कोरोना मरीजों की संख्या लाख से पार हो चुकी है। वहीं कोरोना संक्रमितों के मामले में छत्तीसगढ़ देश में चौथा राज्य है जहां मार्च माह में सर्वाधिक मरीज कोरोना संक्रमण के लगातार मिल रहे हैं। पिछले 24 घंटे में 2665 मरीज कोरोना के नये मिले है।

वहीं रायपुर में 689 एवं दुर्ग में 988 मरीज मिले है। भिलाई में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की मौत ने प्रदेश में दहशत का वातावरण बना दिया है। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. अमर सिंह ठाकुर के अनुसार के अनुसार टीका लगवाना ही कोरोना संक्रमण की रफ्तार को रोकने में सफल होगा। डॉ. ठाकुर ने आम लोगों से लगातार वैक्सिनेशन करवाने का आग्रह किया है। उनके अनुसार प्रदेश में टीकों की कमी नहीं है। सभी जिला अस्पतालों प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में टीकों का भरपूर स्टाक है।

अभी अभी मिली जानकारी के अनुसार मेकाहारा में तीनों आईसीयू फुल हो गये है। लगातार संक्रमितों के आने से एक और 17 बेड का आईसीयू बनाया गया है। वहीं एम्स अस्पताल जिला अस्पताल में भी लगातार संक्रमितों की संख्या में इजाफा हो रहा है। अब तक पिछले 24 घंटों में जहां 22 मरीजों की उपचार के दौरान मृत्यु हुई है

वहीं मिली जानकारी के अनुसार राजनांदगांव में 178 मरीज कोरोना संक्रमित मिले है। रायपुर में सर्वाधिक 9 संक्रमितों की मृत्यु हुई है। एक्टिव मरीजों की संख्या 15307 हो गई है। दूसरे चरण की लहर के चलते कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा होना कहीं न कहीं लोगों द्वारा उपचार के लिए देरी से पहुंचना अथवा सर्दी बुखार आदि के लक्षण को सामान्य बीमारी समझना मुख्य रूप से है जबकि इन लक्षणों के प्रकट होने पर मरीज को तत्काल पास के कोरोना सेंटर में जाकर अपनी जांच करवानी चाहिए।

इधर राज्य शासन ने 60 वर्ष के ऊपर के स्त्री पुरुषों के लिए होम आइशोलेशन की व्यवस्था समाप्त कर सीधे अस्पताल में भर्ती कर समस्याग्रस्त मरीज के इलाज के लिए चिकित्सकों को निर्देश दिये है।

पूर्व की भांति निजी चिकित्सा संस्थानों में भी कोरोना मरीजों की भीड़ एकाएक पिछले एक हफ्ते से बढ़ गई है। आने वाले दिनों अनेक चिकित्सा संस्थानों में आईसीयू में बेड नहीं होने पर मरीजों को परेशानी हो सकती है। राज्य शासन के स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना संक्रमण के दूसरी लहर में नियंत्रण के लिए युद्ध स्तरीय प्रयास किये जा रहे हैं। चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ का अवकाश रद्द कर दिया गया है। वहीं निजी चिकित्सा संस्थानों के मेडिकल डायरेक्टरों द्वारा भी कोरोना संक्रमण की स्थिति के मद्देनजर व्यवस्था के प्रयास जारी है।

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