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सीएमएचओ लगातार स्वास्थ्य केंद्रों का कर रहे औचक निरीक्षण… कार्ययोजनाओं का ले रहे जायजा… स्वास्थ्यगत सुविधाओं का सरलता से सबको लाभ दिलाने का लक्ष्य सुनिश्चित करने के निर्देश…

कवर्धा: मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सुजॉय मुखर्जी द्वारा लगातार जिले के स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण किया जा रहा है। उनके द्वारा संस्थागत प्रसव बढाने, दवाइयों , भौतिक संसाधनों, उपकरणों समेत दस्तावेजों का सही तरीकों से रखरखाव पर ध्यान देने समेत समस्त स्वास्थ्यगत व्यवस्थाओं को अधिक से अधिक लोगों तक पहुचाने के लिए कार्यों की गुणवत्ता में वृद्धि करने के निर्देश दिए गए हैं।

उनके द्वारा एमसीएच पंडरिया, सीएचसी बोड़ला आदि स्वास्थ्य केंद्रों का आज औचक निरीक्षण किया गया। उन्होंने इस दौरान सेक्टर मीटिंग की कार्यवाहियों, संस्थागत प्रसव की स्थितियों, आरएसबीवाय सुविधाओं, मौसमी बीमारियों से बचने की तैयारियों समेत अनेक योजनाओं पर किये गए कार्यों का जायजा लिया । उन्होंने मौसमी बीमारियों से निपटने, सर्पदंश और लू नियंत्रण की सम्पूर्ण व्यवस्था सम्बन्धित केंद्रों में अवश्य रखने का निर्देश दिया।

स्वास्थ्य सुविधाओं का सही तरह से क्रियान्वयन हो रहा है या नही एवं जनजागरूकता सम्बन्धी जानकारी दिया जा रहा है या नही इसकी भी जांच डॉ मुखर्जी द्वारा जिले भर में की जा रही है। मितानिनों एवं जमीनी स्वस्थ्यकार्यकर्ताओं से फील्ड की जानकारी लेते हुए डॉ सुजॉय ने कोविड के साथ-साथ माहवारी सर्विलेंस, कुष्ठ, टीबी आदि की भी डोर टू डोर सर्वे रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा है।

उनके द्वारा गर्भवतियों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने और संस्थागत प्रसव बढ़ाने का निर्देश दिया गया। साथ ही बाल एवं शिशु स्वास्थ्य पर चल रहे सभी कार्यक्रमों का लाभ अधिक से अधिक सम्बन्धितों तक अवश्य पहुचे यह ध्यान में रखते हुए कार्य किया जाए इस सम्बंध में भी सख्त निर्देश दिए गए। आज निरीक्षण के दौरान सीएमएचओ डॉ मुखर्जी के साथ डीपीएम सृष्टि शर्मा भी मौजूद रहीं।

एमसीएच पंडरिया में सिजेरियन प्रसव शुरू कराने पर चर्चा
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुजॉय मुखर्जी द्वारा पंडरिया एम सी एच में जटिल प्रसव प्रकरणों का सी सेक्शन प्लान करने के लिए बीएमओ डॉ वर्मा समेत सम्बन्धित अधिकारियों से चर्चा की गई। उन्होंने कार्य में आने वाली बाधा की जानकारी ली व एक सप्ताह के भीतर सीजेरियन प्रसव शुरू करने के लिए कहा गया।

उनके द्वारा स्वास्थ्य विभाग के समस्त चिकित्सकों, सहायक चिकित्सा अधिकारियों, स्टाफ नर्स, पुरुष एवं महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं समेत अधिकारियों-कर्मचारियों को अनिवार्य रूप से मुख्यालय निवास करने हेतु निर्देशित किया गया है।

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