चिटफंड कंपनी में निवेश पर आजीवन 2.5 प्रतिशत पेंशन का लालच देकर 21 लाख 72 हजार स्र्पये की धोखाधड़ी के मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पंजाब से गिरफ्तारी के बाद दोनों आरोपित को न्यायालय में पेश किया गया है।
मुंगेली जिले के मदनपुर निवासी खीर प्रसाद चंद्रा ने धोखाधड़ी की शिकायत की है। पीड़ित ने बताया कि डा. स्र्पेश खांडे और डा. बलजीत सिंह ने उन्हें चिटफंड कंपनी में निवेश करने कहा। दोनों ने बताया कि सात हजार 500 स्र्पये जमा करने पर 10 प्रतिशत ब्याज और एक साथ एक लाख 95 हजार स्र्पये जमा करने पर ब्याज के साथ ही आजीवन 2.5 प्रतिशत पेंशन मिलने की बात कही। इस पर उन्होंने पत्नी के नाम पर 22 हजार 500 स्र्पये जमा कराए। साथ ही अपने नाम पर एक लाख 97 हजार स्र्पये जमा करा दिए। स्र्पये जमा कराने के कुछ दिन बाद ही कंपनी के कर्मचारी और डायरेक्टर भाग निकले।
पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले को जांच में लिया। जांच के दौरान कई लोगों ने धोखाधड़ी की बात कही। इस पर पुलिस ने डायरेक्टरों की तलाश शुरू कर दी। पुलिस ने मामले में शामिल डा. स्र्पेश खांडे निवासी नवागढ़ जिला बेमेतरा ओर डा. बलजीत निवासी चंडीगढ़ को गिरफ्तार कर लिया। वहीं, फरार डायरेक्टरों की तलाश कर रही थी। जांच के दौरान पता चला कि डायरेक्टर दर्शन सिंह व अजैब सिंह धोखाधड़ी के मामले में पंजाब के लुधियाना जेल में बंद है। इस पर पुलिस की टीम पंजाब पहुंची। आरोपित को प्रोडक्शन वारंट पर मुंगेली लाया गया है।
आरोपित डायरेक्टरों ने हमतुम चिटफंड कंपनी के जरिए लोगों को ज्यादा ब्याज और आजीवन पेंशन का लालच दिया। इसके लिए उन्होंने कई जगहों पर अपने एजेंट नियुक्ति किए। साथ ही छत्तीसगढ़ में अपना एक आफिस भी खोल रखा था। ज्यादा ब्याज और पेंशन के लालच में कई लोगों ने अपनी मेहनत की कमाई को कंपनी में लगा दिया। रकम मिलने के बाद डायरेक्टर आफिस का शटर बंद कर भाग निकले।
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