देश में Coronavirus से संक्रमितों की संख्या 2000 के पार… अब तक 58 की हो चुकी है मौत… 24 घंटे में 437 मामले…

स्वास्थ्य मंत्रालय ने इससे पहले बताया था कि लॉकडाउन (Lockdown) के पालन में विफलता के फलस्वरूप संक्रमण के मामलों में इजाफा होना तय है. इसके मद्देनजर उन्होंने देशवासियों से 21 दिन के लॉकडाउन का हर हाल में पालन करने की अपील की. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में बुधवार को सभी राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ हुई वीडियो कांफ्रेंसिंग बैठक में राज्यों के स्तर पर संक्रमण को रोकने के लिए किए जा रहे प्रयासों एवं लॉकडाउन का पालन सुनिश्चित करने के उपायों की समीक्षा की गई.
उन्होंने कहा कि राज्यों से संक्रमित पाए गए लोगों के संपर्क में आने वालों की पहचान कर उन सभी को परीक्षण प्रक्रिया में शामिल करने को कहा गया है. साथ ही राज्यों को कोरोना संक्रमित (Coronavirus) लोगों के संपर्क में आए व्यक्तियों की जांच सुनिश्चित करने के लिये गहन अभियान चलाने और संक्रमण की रोकथाम के लिए तय की गयी रणनीति पर सजगता से काम करने का निर्देश दिया गया है.
अग्रवाल ने बताया कि दिल्ली में तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) के आयोजन से जुड़े लोगों और उनके संपर्क में आये लगभग 1800 लोगों को नौ अलग अलग क्वारेंटाइन सेंटर और अस्पतालों में पृथक रखा गया है. उन्होंने बताया कि बैठक में प्रवासी मजदूरों को संक्रमण के खतरे से बचाने के लिये पृथक रखने और उनकी सहायता के लिये शुरु किये गये कार्यों को पूरा करने के प्रयासों की भी समीक्षा की गई. अग्रवाल ने कहा कि कोरोना वायरस (COVID-19) के संक्रमण को फैलने से रोकने और संक्रमित मरीजों का बेहतर उपचार सुनिश्चित करने में विभिन्न मंत्रालय भी सहयोग कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि रेल मंत्रालय ने संदिग्ध मरीजों को पृथक रखने के लिये रेलगाड़ियों के डिब्बों को विशेष रूप से तैयार किया है. इसके लिये रेल मंत्रालय द्वारा 5,000 रेल डिब्बों में जरूरी बदलाव शुरु कर दिया गया है.
उन्होंने बताया कि रेल महकमा लगभग 20 हजार रेल डिब्बों में बदलाव कर 3.2 लाख ‘पृथक बिस्तर’ का इंतजाम करेगा. अग्रवाल ने बताया कि नागर विमानन मंत्रालय ने भी कोरोना वायरस के परीक्षण की किट, दवायें, मास्क और अन्य जरूरी सामग्री की ढुलाई के लिये ‘लाइफलाइन फ्लाइट’ शुरू की हैं.