मध्य प्रदेश के बैतूल में आर्मी भर्ती रैली में शामिल होने आए दो सगे भाइयों की चार दिनों के अंदर मौत हो गई. दोनों भाई अलग-अलग दिन रैली में गए थे और दौड़ में शामिल होने के बाद बेहोश हो गए थे. इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई. घटना के बाद से गांव में मातम छाया हुआ है.
दो सगे भाइयों की मौत के बाद आमला तहसील के दियामहू गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है. गांव में रहने वाले प्रयाग राज यादव के तीन बच्चे थे जिसमें दो लड़के और एक लड़की थी. दोनों बेटों को बचपन से ही सेना में भर्ती होने का जुनून था जिसको लेकर वे पिछले तीन चार साल से तैयारी कर रहे थे. इन दोनों भाइयों का देश सेवा का ख्वाब अधूरा रह गया.
भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में अग्निवीर भर्ती रैली में 29 अक्टूबर को 23 साल का रूपेंद्र यादव शामिल हुआ और उसने दौड़ भी लगाई. दौड़ पूरी करने के बाद वो बेहोश हो गया जिसके बाद रूपेंद्र को अस्पताल में भर्ती कराया गया और परिजनों को सूचना दी गई.
बेटे के बीमार होने की खबर पर पिता भोपाल पहुंचे और वहां से भूपेंद्र को बैतूल लेकर आ गए जहां एक निजी अस्पताल में उसे भर्ती कराया गया. 4 नवंबर को रूपेंद्र की मौत हो गई. रूपेंद्र ने 12वीं तक पढ़ाई करने के बाद सेना में भर्ती होने के लिए तैयारी शुरू कर दी थी.
जब रूपेंद्र का इलाज चल रहा था तभी उसका 21 साल का छोटा भाई अंकित यादव भी अग्निवीर भर्ती रैली में शामिल होने भोपाल गया था. अंकित 3 नवंबर को दौड़ में शामिल हुआ जिसके बाद वो भी बेहोश हो गया.
अंकित को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया. खबर मिलने पर अंकित के रिश्तेदार भोपाल पहुंचे और उसे भी बैतूल लाकर एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया लेकिन उसकी हालत नहीं सुधरी और 7 नवंबर को उसकी भी मौत हो गई.
दोनों सगे भाइयों की मौत को लेकर डॉक्टर भी हैरान हैं. असल में दोनों भाइयों की मौत के लक्षण एक जैसे पाए गए हैं. दोनों की मौत लिवर और किडनी फेल होने और हार्ट में सूजन आने की वजह से हुई है.
डॉक्टर का कहना है कि घटना संदेहास्पद है. एक ही घर में दोनों भाइयों की मौत एक ही तरीके से होती है. डॉक्टरों को आशंका है कि स्टैमिना बूस्टर के ओवरडोज की वजह से ऐसा हो सकता है.
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