
रायपुर। जनता कांग्रेस के अमीत जोगी बजट के दौरान लगातार बजट के संबंध में अपनी प्रतिक्रिया ट्वीटर के जरिए लिख रहे थे। उन्होंने कहा है कि बजट में एक भी घोषणा पूरी नहीं हो पाई है न ही कोई प्रावधान है। अमित जोगी ने अपने ट्विटर पर लिखा कि ‘2013 के घोषण पत्र को आज से घोटाला पत्र के नाम से जाना जाएगा। मुख्यमंत्री ने 2018 के बजट में 80 फीसदी राशि को पूंजीगत व्यय व भौतिक निर्माण में खर्च करने का फैसला लिया है। स्कूल, अस्पताल, कॉलेज, प्रशासनिक बिल्डिंग बनेगी, लेकिन उनमें काम करने के लिए हजारों रिक्त पदों को भरने की कोई योजना नहीं है। फायदा ठेकेदारों को मिलेगा। उन्होंने लिखा कि ‘ड्रग एजेंट की तरह उज्वला योजना में पहली बार गैस कनेक्शन लगाने को तो सस्ता कर दिया, लेकिन दोबारा गैस भरने पर कोई छूट नहीं, मतलब एक बार का फायदा गृहणियों को और हमेशा का फायदा अदानी-अंबानी को’। छत्तीसगढ़ सरकार 40 साल से खोज के बाद भी सोना, अलेक्जेंडराइट, हीरा समेत 23 खनिज पदार्थों का खनन चालू केवल इसलिए नहीं कर रही ताकि उनका अवैध खनन का काम बेरोक-टोक चलता रहे ताकि पैसे जनता को नहीं बल्कि मंत्रियों और माफियाओं के जेब में जाए। उन्होंने कहा कि शिक्षक साथियों का सपना सपना ही रह गया। पिछले चार बजटों का मेरा अनुभव है कि उनमे योजनाएं मरने के लिए जाती हैं। बजट में 70 प्रतिशथ काम भाषण में ही रह जाता है। 2014 के बजट की मरवाही-सिओनी सड़क आज तक नहीं बनी।