छत्तीसगढ़सियासत

नेता प्रतिपक्ष टी.एस. सिंहदेव ने प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के गिरते स्तर पर जताई चिंता

रायपुर। प्रदेश कांग्रेस विधायक दल के नेता टीएस सिंहदेव ने प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओ के गिरते स्तर पर गहरी चिंता जताते हुए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को एक पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने प्रदेश में दवाई खरीदी के लिए निर्मित संस्था छत्तीसगढ़ स्टेट मेडिकल सर्विसेज कार्पाेरेशन द्वारा दवाई खरीदी में गंभीर अनियमितता एवं भ्रष्टाचार किये जाने की सीबीआई से जांच कराए जाने की मांग की है।
श्री सिंहदेव ने पत्र में लिखा है कि सीजीएमएससी द्वारा विभिन्न स्तरों पर आर्थिक भ्रष्टाचार के मामले सामने आये हैं, जिनमें ब्लैक लिस्टेड कंपनियों से दवाई की खरीदी, गुणवत्ताहीन एवं कालातीत होने वाली दवाईयों की खरीदी सहित वित्तीय वर्ष के समप्ति के समय आनन-फानन में दवाईयोंं की खरीदी सहित दवाई खरीदी में कमीशनखोरी व घूसखोरी के एक के बाद एक मामले सामने आने के बाद मंत्रालय से लेकर पूरा स्वास्थ्य विभाग सवालों के घेरे में है। विगत दिनों सीजीएमएससी के जनरल मैनेजर को लाखों रूपये रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा गिरफ्तार किया जाना इस बात की पुष्टि करता है। इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि भ्रष्टाचार का स्वरूप और भी व्यापक हो सकता है।


उल्लेखनीय है कि प्रदेश में हुए नसबंदी काण्ड के में गुणवत्ताहीन दवाईयों के इस्तेमाल से दर्जनों महिलाओं की असामाजिक मृत्यु हुई एवं आजपर्यन्त दोषियों पर कोई कार्यवाही भी नहीं हो पाई है। ऐसी घटनाओं से सबक न लेते हुए पुन: वहीं ऐसे मामले प्रकाश में आ रहे हैं, जिससे सरकार की गंभीरता का अनुमान लगाया जा सकता है। प्रदेश के अस्पतालों में जीवन रक्षक व संक्रामक रोगों की प्रतिरोधक दवाईयों एवं आवश्यक उपकरणों का अभाव है। प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं का स्तर लगातार गिरता जा रहा है, ऐसे में स्वास्थ्य अमला कैसे काम कर रहा है, यह चिंता का विषय है।


श्री सिंहदेव ने कहा कि एक ओर आम नागरिकों को रियायती दर पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त नहीं हो पा रही है, दूसरी ओर राज्य सरकार, सरकारी अस्पतालों को पीपीपी मॉडल के माध्यम से प्रायवेट कंपनियों को देने की अलग व्यवथा कर रही है, जो कि औचित्यहीन है। ऐसा होने से स्वास्थ्य सेवाएं गरीब व आम आदमी की पहुंच से और दूर हो जायेंगे एवं निजी अस्पताल द्वारा मुनाफाखोरी भी बढ़ेगी। श्री सिंहदेव ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि सीजीएमएससी द्वारा दवाई खरीदी में लगातार हो रहे करोड़ों रूपये के घोटालों की निष्पक्ष, सीबीआई से कराई जावे, ताकि दवाई खरीदी में पारदर्शिता व विश्वनियता बरकरार रहे।

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