काफी पहले से यह धारणा बनी हुई है कि जो लोग पतले होते हैं उन लोगों की फिजिकल एक्टिविटी अधिक होती है या फिर चलते अधिक हैं. इसलिए वे लोग कुछ भी खा सकते हैं. लेकिन हाल ही में हुई एक स्टडी ने इस बात को गलत साबित किया है. रिसर्चर्स ने पाया कि दुबले पतले लोग बाकी अन्य लोगों की तुलना में अधिक एक्सरसाइज नहीं करते बल्कि कम खाते हैं. कम खाने के कारण ही उनका वजन कम रहता है. इस रिसर्च में 150 काफी पतले लोग शामिल हुए थे. स्टडी से वैज्ञानिकों ने यह निष्कर्ष निकाला और इस बात को तथ्यात्मक रूप से सही साबित किया. यह स्टडी क्या कहती है? इस बारे में डिटेल में जान लीजिए.
क्या पाया स्टडी में
एबरडीन विश्वविद्यालय द्वारा की गई रिसर्च का नेतृत्व करने वाले प्रोफेसर जॉन स्पीकमैन ने कहा “इस स्टडी के परिणाम वास्तव में चौंकाने वाले हैं. अक्सर जब लोग दुबले लोगों से बात करते हैं तो उनसे कहते हैं कि वे जो चाहे खा सकते हैं. लेकिन हमारी स्टडी दिखाती है कि पतले लोग अधिक फिजिकल एक्टिविटी के कारण नहीं बल्कि कम खाने के कारण होते हैं. वे लोग जो खाते हैं वह सामान्य बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) श्रेणी के लोगों की तुलना में बहुत कम है.”
पतले लोग अपना 96 प्रतिशत समय कोई एक्टिविटी नहीं करते थे या फिर हल्की फिजिकल एक्टिविटी करते थे. लेकिन वे सामान्य लोग जिनका बीएमआई 21.5 से अधिक और 25 से कम था. रिसर्चर्स ने यह पाया कि जो लोग पतले हैं उनके पतले होने का कारण उनका कम खाना है. यानी कि वे कम कैलोरी का सेवन करते हैं इसलिए वे पतले होते हैं.
शोधकर्ताओं का सुझाव है कि रिसर्च में शामिल हुए दुबले-पतले लोगों ने सामान्य वजन के लोगों की तुलना में औसतन 12 प्रतिशत कम खाया होगा. लेकिन उन लोगों ने बैठे-बैठे भी कैलोरी बर्न की. इसका कारण सामान्य लोगों की तुलना में उनका मेटाबॉलिज्म तेज होना है. वास्तव में उनके शरीर में फैट लेवल के आधार पर उनका मेटाबॉलिज्म अपेक्षा से 22 प्रतिशत अधिक था. अधिक मेटाबॉलिज्म थायराइड हार्मोन के हाई लेवल से जुड़ा था जो लोगों को भूख का कम अहसास कराता है और उन्हें पतला बनाए रखता है.
पतले लोगों का मेटाबॉलिज्म होता है अधिक
रिसर्चर्स अब यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या स्वाभाविक रूप से पतले लोगों का मेटाबॉलिज्म अधिक होता है? उनके जीन के कारण थायराइड हार्मोन को बढ़ावा मिलता है? जो पतले लोगों का वजन बढ़ने से रुक जाता है. अभी तक मिले सबूत बताते हैं कि लगभग 1.7 प्रतिशत लोग कम वजन वाले हैं. इनमें से कुछ को इटिंग डिसऑर्डर हो सकता है या फिर कुछ लोग किसी बीमारी के कारण पतले होंगे.
हालिया स्टडी में केवल चीनी लोगों को दिखाया गया है. परिणाम बताते हैं कि स्वाभाविक रूप से दुबले-पतले लोग अपने शरीर के कम वजन और कम खाने के आधार पर ज्यादा एक्सरसाइज नहीं करते क्योंकि अध्ययन में शामिल लोगों में सामान्य वजन के लोगों की तुलना में खराब कोलेस्ट्रॉल कम होता है.
Add Comment