नई दिल्ली. भारतीय जीवन बीमा निगम के शेयर भले ही लिस्टिंग के बाद से 24 फीसदी गिर चुके हों, लेकिन इसमें पैसे लगाने वाले एंकर इनवेस्टर्स का भरोसा अभी भी इस पर बरकरार है. एंकर इनवेस्टर्स में शामिल दो म्यूचुअल फंडों ने तो एंकर इनवेस्टर्स के लिए लागू लॉक इन पीरियड खत्म होने के बाद एलआईसी में हिस्सेदार बढ़ाई है. एंकर इनवेस्टर्स को एलआईसी के शेयर आईपीओ में 949 रुपये की दर से मिले थे. बुधवार, 13 जुलाई को एलआईसी के शेयर में हल्की तेजी देखने को मिली. यह शेयर 0.98 फीसदी चढ़कर 718.30 रुपये पर बंद हुआ है.
मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के अनुसार, एंकर इनवेस्टर्स में ज्यादातर म्यूचुअल फंड्स हैं. जहां दूसरे इनवेस्टर्स एलआईसी के शेयरों की बिकवाली कर रहे हैं, वहीं एंकर इनवेस्टर्स इस शेयर को होल्ड किए हुए है. एलआईसी ने एंकर इनवेस्टर्स को 5.93 करोड़ शेयर इश्यू कर 5,627 करोड़ रुपये हासिल किए थे. आईपीओ से पहले 15 म्यूचुअल फंडों ने एलआईसी के शेयरों में निवेश किया था.
जून में खत्म हुआ था लॉक इन पीरियड
15 म्यूचुअल फंडों में से 7 फंडों ने एलआईसी के शेयर अपने पास बनाए रखे हैं. खास बात यह है कि HDFC Mutual Fund और IDFC Mutual Fund ने एलआईसी में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है. आईआईएफएल सिक्योरिटी के आंकड़ों के अनुसार जून में लॉक-इन पीरियड खत्म होने के बाद ही इन दोनों फंडों ने एलआईसी के और शेयर खरीदे हैं. एलआईसी के एंकर इनवेस्टर्स को इसके शेयरों में गिरावट से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. इसकी वजह यह है कि एंकर इनवेस्टर्स को शेयर 949 रुपये की दर से अलॉट किए थे. वहीं पॉलिसीहोल्डर्स और रिटेल इनवेस्टर्स को LIC ने आईपीओ में तय प्राइस पर डिस्काउंट दिया था.
इन एमएफ ने बरकरार रखी हिस्सेदारी
LIC के शेयरों में अपनी हिस्सेदारी बनाए रखने वाले म्यूचुअल फंड्स में एसबीआई म्यूचुअल फंड (SBI Mutual Fund), आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड (ICICI Prudential Mutual Fund) और यूटीआई म्यूचुअल फंड (UTI Mutual Fund) शामिल हैं. कुछ म्यूचुअल फंडों ने लॉक-इन पीरियड खत्म होने के बाद अपनी हिस्सेदारी में कमी की है. इनमें Kotak MF, Nippon India MF शामिल हैं. इन्होंने जून में LIC के 321 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे हैं.
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