जिले में अब तक पिछले साल की तुलना में 66 मिमी कम वर्षा हुई है पर इससे खेती से जुड़े कार्य में कोई दिक्कत नहीं होने वाली है। अब तक हुई वर्षा खेती-किसानी की दृष्टि से पर्याप्त है। सबसे ज्यादा 167.8 मिमी कोटा तहसील में तो सबसे कम 18.2 मिमी बोदरी तहसील में वर्षा हुई है। पिछले साल अब तक की स्थिति में 169.7 मिमी वर्षा हुई थी जबकि इस बार 102.7 मिमी पानी बरस चुका है।
इस बार बिलासपुर में 20 जून को मानसून सक्रिय हुआ जबकि पिछले साल 12 जून को सक्रिय हो गया था। उसकी वजह ये कि इस बार छत्तीसगढ़ में 16 जून को मानसून आया। पिछले साल 11 जून को आ गया था। हालांकि इस बार मानसून सक्रिय होने के पहले ही जिले में अच्छी बारिश हो रही है। सोमवार को जिले में 37.4 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई थी।
इसके बाद बारिश थोड़ी कम हो गई है। एक दिन पहले यानी गुरुवार को जिले में कुल 21.4 मिमी यानी औसत 2.6 मिमी वर्षा हुई। इसमें कोटा तहसील में 9.4 मिमी तो बेलगहना में 12 मिमी वर्षा हुई। इधर शुक्रवार को शहर का मौसम थोड़ा अलग रहा। सुबह मौसम सामान्य रहा। अधिकतम तापमान 34.6 डिग्री रहा जो कि एक दिन पहले की तुलना में थोड़ा अधिक रहा।
गुरुवार को 33.8 डिग्री दर्ज हुआ था जो कि सामान्य से तीन डिग्री कम था। न्यूनतम तापमान 24.8 डिग्री दर्ज हुआ था। शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 23.8 डिग्री दर्ज हुआ। यह सामान्य से दो डिग्री कम था। सुबह 8.30 बजे मौसम विज्ञान केंद्र में 3.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
पिछले साल की तुलना में बारिश थोड़ी कम हुई है लेकिन कृषि अधिकारियों के मुताबिक यह अभी खेती के लिए पर्याप्त है। इस बार जिले में इस बार 1 लाख 69 हजार हेक्टेयर में धान के खेती हो रही है। इसमें 97 हजार 250 हेक्टेयर में बोनी तो 72 हजार हेक्टेयर में रोपा लगाया जाएगा।
मानसून आने के बाद भी मुंगेली में तापमान राज्य में सर्वाधिक , रायपुर दूसरे नंबर पर
मानसून सक्रिय होने के बावजूद मुंगेली अभी भी प्रदेश में सबसे गर्म है। वहां अच्छी बारिश भी हो रही है। इसके बाद भी मुंगेली में शुक्रवार को प्रदेश का सबसे ज्यादा तापमान यानी 35.9 डिग्री रिकॉर्ड हुआ। 35.4 डिग्री के साथ रायपुर दूसरे नंबर पर रहा। बिलासपुर में 34.6 डिग्री अधिकतम तापमान रिकॉर्ड हुआ। यह सामान्य से 2 डिग्री कम रहा।
Add Comment