रायपुर : छत्तीसगढ़ की बालिका वेटलिफ्टर ज्ञानेश्वरी यादव ने वर्ल्ड जूनियर वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में रजत पदक जीतकर देश और प्रदेश को गौरवान्वित किया है। हेराक्लिओन (ग्रीस) में आयोजित वैश्विक स्पर्धा में राजनांदगांव की ज्ञानेश्वरी यादव ने 49 किग्रा वर्ग में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए दूसरा स्थान प्राप्तकर इतिहास रच दिया।
उसने 73 किग्रा स्नैच में और 83 किग्रा क्लीन एंड जर्क में कुल 156 किग्रा वजन उठाकर रजत पदक अपने नाम किया। इस वर्ग में भारत की ही रीतिका ने 150 किग्रा वजन उठाकर तीसरा स्थान प्राप्त किया। वहीं, इंडोनेशिया की आयशा कंटिका विंडी ने 185 किग्रा वजन उठाकर स्वर्णिम सफलता हासिल की।
ज्ञानेश्वरी के पदक जीतने पर छत्तीसगढ़ वेटलिफ्टिंग संघ के पदाधिकारियों, खिलाडिय़ों और प्रशिक्षकों ने बधाई दी है। ज्ञानेश्वरी छग की चौथी व पदक जितने वाली पहली खिलाड़ी है। ज्ञानेश्वरी के पिता दीपक यादव पेशे से इलेक्ट्रिशियन हैं।
पदक जीतने वाली छत्तीसगढ़ की पहली वेटलिफ्टर –
वर्ल्ड चैंपियनशिप में पदक जीतने वाली ज्ञानेश्वरी छत्तीसगढ़ की पहली वेटलिफ्टर हैं। हालांकि, इससे पहले वैश्विक टूर्नामेंट में प्रदेश के रुस्तम सारंग, अजयदीप सारंग, अनीता सिंदे, मधु सूदन जंघेल, केशव साहू, जगदीश विश्वकर्मा भी भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं, लेकिन पदक नहीं हासिल कर सके।
ज्ञानेश्वरी यादव ने राजनांदगांव के जय भवानी व्यायाम शाला में कोच अजय लोहार से प्रशिक्षण हासिल कर वैश्विक टूर्नामेंट तक का सफर तय किया है। वर्तमान में वह एनसीओई (लखनऊ) में नियमित प्रशिक्षण हासिल कर रही हैं।
राष्ट्रीय स्पर्धा में जीत चुकी 5 से ज्यादा पदक –
ज्ञानेश्वरी वर्ष 2018-19 से राष्ट्रीय प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ के लिए पदक जीत रही है। 2018-19 में स्कूल नेशनल में पहली बार कांस्य पदक जीतकर उसने शुुरुआत की। फिर 2019-20 में स्कूल नेशनल में ही रजत पदक हासिल किया।
2020-21 में राष्ट्रीय यूथ प्रतियोगिता में रजत पदक जीतने में सफल रहीं। फिर 2021-22 में भुवनेश्वर में आयोजित की गई राष्ट्रीय जूनियर वेटलिफ्टिंग प्रतियोगिता में भी रजत पदक अपने नाम किया। इसके बाद इसी वर्ष ऑल इंडिया विवि टूर्नामेंट में भी रजत पदक जीतकर मान बढ़ाया।
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