यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) सर्वर रविवार को एक घंटे से अधिक समय तक के लिए बाधित रहा। इस वजह से पूरे देश में लोगों को समस्या का सामना करना पड़ा। इसका स्वामित्व और संचालन नेशनल पेमेंट्स काउंसिल ऑफ इंडिया के पास है।
ये इस साल में दूसरी बार है जब इस तरह की समस्या आई है।फोन-पे, गूगल-पे और पेटीएम जैसे प्रमुख यूपीआई एप के माध्यम से लेन-देन नहीं होने की शिकायत उपयोगकर्ताओं ने ट्विटर के जरिए की। लोगों को भुगतान करने या पैसे ट्रांसफर करने में परेशानी का सामना करना पड़ा।
ऐसी इस साल दूसरी बार हुआ है। इससे पहले आखिरी बार 9 जनवरी को यूपीआई का सर्वर डाउन हुआ था। इसको लेकर एनपीसीआई ने अभी तक औपचारिक ट्वीट या बयान जारी नहीं किया है।
यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) द्वारा संचालित एक वास्तविक समय भुगतान प्रणाली है। भारत के खुदरा लेनदेन का 60 प्रतिशत से अधिक लेनदेन वर्तमान में यूपीआई से ही किया जाता है। ये भुगतान प्रणाली बड़ी मात्रा में लेनदेन को संभालती है। जिनमें से अधिकांश कम मूल्य वाले लेन-देन हैं। 100 रुपये से कम के लेन-देन में यूपीआई वॉल्यूम का 75 प्रतिशत हिस्सा होता है।
गौरतलब है कि अकेले मार्च महीने में, यूपीआई से 540 करोड़ लेन-देन किए गया जो 9.60 लाख करोड़ रुपये के थे। इस बीच, एनपीसीआई, बैंक और इन-हाउस सर्वर पर लोड को कम करने के लिए ऑफलाइन मोड में भुगतान को सक्षम करने पर काम कर रहा है।
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