
नई दिल्ली. भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) को लगता है कि टीम को आगामी टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup-2022) में नंबर-6 पर एक ऑलराउंडर की जरूरत है. हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) अपनी पीठ की चोट का इलाज करने के बाद से ठीक से गेंदबाजी नहीं कर पा रहे हैं. इतना ही नहीं, उन्हें इस वैश्विक टूर्नामेंट में विशुद्ध बल्लेबाज के तौर पर शामिल करना भी मुश्किल नजर आ रहा है.
ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी में आगामी टी20 विश्व कप खेला जाना है. भारतीय टीम पिछले टूर्नामेंट में सेमीफाइनल तक भी नहीं पहुंच पाई थी, जिसका आयोजन यूएई में किया गया था. तब टीम की कमान विराट कोहली (Virat Kohli) संभाल रहे थे. अब रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के कंधों पर अहम जिम्मेदारी रहेगी. इस बीच टीम प्रबंधन उन खिलाड़ियों के लिए आईपीएल के दौरान उत्सुकता से विचार करेगा जो नंबर-6 स्लॉट में फिट हो सकते हैं.
रवि शास्त्री ने क्रिकइन्फो से बातचीत में कहा, ‘मुझे लगता है कि ऑलराउंडर की जरूरत नंबर-6 पर निश्चित रूप से है. आदर्श रूप से टॉप-5 में कोई होना चाहिए जो 2-3 ओवर गेंदबाजी कर सके. इससे कप्तान के ऊपर से दबाव हट जाता है. इससे कप्तान को साढ़े छह गेंदबाज मिलते हैं, जिनमें से वह चुन सकता है.’
पूर्व भारतीय कोच ने आगे कहा, ‘यह एक ऐसा क्षेत्र होगा जिसे मैं बहुत करीब से देख रहा हूं. निश्चित रूप से तेज गेंदबाजी और फील्डिंग. मैं वास्तव में बल्लेबाजी को लेकर चिंतित नहीं हूं. बल्लेबाज काफी हैं.’ हार्दिक पंड्या तब तक अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे, जब तक कि उन्हें पीठ का एक स्ट्रेस फ्रैक्चर नहीं हुआ. इसके कारण उन्हें सर्जरी करानी पड़ी और वह काफी वक्त तक मैदान से दूर रहे. जब टीम में लौटे तो भी वह गेंदबाजी नहीं कर पा रहे थे.
हार्दिक को अब आईपीएल की नई टीम गुजरात टाइटंस का कप्तान बनाया गया है. वह पहली बार इस टी20 लीग में कप्तान के तौर पर खेलते नजर आएंगे. हालांकि, शास्त्री को अब भी लगता है कि हार्दिक एक विशुद्ध बल्लेबाज के रूप में भारतीय टी20 टीम में जगह बनाने के लिए संघर्ष करेंगे क्योंकि टीम में पहले से ही पावर-हिटर मौजूद हैं.
उन्होंने कहा, ‘टॉप-5 में ही काफी अच्छे बल्लेबाज हैं, ,पावर हिटर हैं. यदि कोई 5, 6 के बाद के स्थान पर है, तो उसे उस अतिरिक्त विभाग को खेल में लाना होगा. इसलिए हार्दिक और भारतीय टीम के अलावा गुजरात टीम के दृष्टिकोण से भी, यह बेहद अहम है कि वह उन 2 या 3 ओवर में गेंदबाजी करें. यदि वह ऐसा करते हैं, तो भले ही सीमित सफलता मिले लेकिन टीम में स्वत: चयन हो सकता है.’