10वीं मंजिल से कूदकर छात्र ने की आत्महत्या… स्कूल में चिढ़ाते थे साथी… मां बोलीं- क्या मेरे बेटे को मिलेगा इंसाफ?

ग्रेटर फरीदाबाद के एक स्कूल प्रबंधन की अनदेखी और सहपाठियों के चिढ़ाने से परेशान होकर आत्महत्या कर ली. छात्र ने सेक्टर 80 स्थित डिस्कवरी सोसाइटी की 10वीं मंजिल से कूदकर अपनी जान दे दी.
घटना गुरुवार रात करीब 9 बजे की है, इसके बाद सोसाइटी में अफरा-तफरी मच गई. आनन-फानन में घायल छात्र को अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने एक सुसाइड नोट बरामद किया है. बीपीटीपी थाना पुलिस ने मृतक की मां आरती की शिकायत और सुसाइड नोट के आधार पर एक टीचर और स्कूल प्रबंधन के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने समेत कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.
शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के हवाले कर दिया गया है. वहीं स्कूल प्रबंधन का कहना है कि स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से छात्र तनावग्रस्त था, उसका इलाज भी चल रहा था. छात्र की मां आरती भी करीब 8 साल से इसी स्कूल में टीचर हैं. इस घटना के बाद सोसाइटी में मातम पसरा हुआ है. छात्र की मां का रो रोकर बुरा हाल है.
छात्र ने सुसाइड नोट में लिखा हेड मिस्ट्रेस का नाम
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मां आरती को अपने घर में टेबल पर बेटे का लिखा एक पेज का सुसाइड नोट भी मिला है. उसमें लिखा है कि स्कूल प्रबंधन के चलते वो आत्महत्या करने को मजबूर है. उसमें हेड मिस्ट्रेस ममता गुप्ता के नाम का भी उल्लेख है. पुलिस ने सुसाइड नोट को बरामद कर जांच शुरू कर दी है. सुसाइड नोट में छात्र ने अपनी मां को दुनिया की सबसे अच्छी मां बताया है.
आरत का कहना है कि इस बारे में उन्होंने स्कूल प्रबंधन को ईमेल से शिकायत भी दी थी. आरोप है कि स्कूल प्रबंधन ने कोई कार्रवाई नहीं की. इस कारण छात्र डिप्रेशन में चला गया. दिल्ली से उसका इलाज चल रहा था. आरती ने बताया कि 23 फरवरी को बच्चे की विज्ञान की परीक्षा थी. एक सवाल के लिए उसने हेड मिस्ट्रेस ममता गुप्ता से मदद मांगी. आरोप है कि इस पर ममता गुप्ता ने छात्र को डांटा और कहा कि वो बीमारी का फायदा उठा रहा है. इससे वो बहुत ज्यादा तनाव में आ गया.
क्या मेरे बच्चे को इंसाफ मिलेगा?
मां आरती का रो रोकर बुरा हाल है. उसका कहना है कि स्कूल की हेड मिस्ट्रेस ममता गुप्ता ने उसके बेटे को आत्महत्या के लिए मजबूर कर दिया. सुसाइड नोट में उसके बेटे ने स्कूल प्रबंधन पर भी आरोप लगाया है. सुसाइड नोट को देख उसकी मां ने कहा कि ये उसके बेटे की आखिरी निशानी है. वो पिछले आठ महीने से बहुत परेशान था. क्या मेरे बच्चे को इंसाफ मिलेगा?