
रायपुर। प्रदेश भर में संविलियन के पश्चात कार्यदिवस पर पहले दिन स्कूल पहुंचे शिक्षाकर्मियों का मुंह मीठा कराकर अभिनंदन किया गया। यह सौगात मिलने से प्रदेश के शिक्षाकर्मी आज एक पूर्ण शासकीय शिक्षक के रूप में स्कूलों में आमद दी। संविलियन को यादगार बनाने प्रदेश के समस्त शिक्षकों और बच्चों ने मिलकर संविलियन वट वृक्ष का रोपण किया, साथ ही अपने गांव, खेत, व अन्य खाली स्थानों पर वृक्षारोपण कर उसकी सुरक्षा के दायित्व का भी संकल्प लिया। प्रदेश के अधिकांश स्कूलों में आज यह कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
शिक्षक पंचायत ननि मोर्चा के प्रदेश मीडिया प्रभारी एवं बालोद जिला संचालक जितेन्द्र शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि वृक्षारोपण से प्रकृति स्वस्थ और सुंदर होती है, वहीं अच्छी शिक्षा और शिक्षक से प्रदेश और देश की भावी पीढ़ी के भाग्य का निर्माण होता है। संविलियन के रूप में 23 वर्षों के कर्मी कल्चर के काले अध्याय की समाप्ति हुई और शासकीय शिक्षक का दर्जा मिलने से एक गुरु की गरिमा फिर से वापस लौटी है। हम जिस तरह आज संविलियन वट वृक्ष लगाकर पर्यावरण सुधार का संदेश दे रहे हैं, उसी तरह बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु उचित ज्ञान का भी प्रसार करेंगे।
शाउमावि फागुन्दाह के प्राचार्य मधु कुमार सिन्हा ने भी संविलियन को सपनों के साकार होने जैसे बताया और कहा कि लगन और समर्पण ही हमें हमारे लक्ष्य तक पहुंचाता है। इको क्लब प्रभारी वायके पटेल, प्रहलाद साहू, नारायण साहू ने कहा कि हम यह संदेश देना चाहते हैं कि जीवन के है मंत्र तीन-जल जंगल और जमीन। संविलियन वट वृक्ष हमारे संघर्ष और सफलता का साक्षी बनकर चिरकाल तक यादगार बना रहेगा। इस अवसर पर ग्राम के सरपंच हितेश्वरी गुरूपंच, शाला प्रबंधन अध्यक्ष हेमन्त गंजीर,श्यामलाल साहू, जनपद सदस्य रिखीराम साहू, हेमन्त साहू आदि ने बधाई देकर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। संविलियन वट वृक्ष रोपण के इस कार्यक्रम में विद्यालय के शिक्षकगण आरआर साहू, गंगा प्रसाद बारले, तेजराम पटेल, दिलीप साहू, मनीष साय पैकरा, कौशल ठाकुर, सुरजगोपाल गंगबेर, टीनू कमलवंशी, रूपेंद्र गुरूपंच, हीरालाल ध्रुव, लालिमा नागवंशी, एवं शोभराय साहू शामिल हुए।
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