कश्मीर के आइजीपी विजय कुमार ने कहा कि मकान मालिक ने सुरक्षाबलों को गुमराह किया। अगर वह जवानों को बातों में लगाकर उनका ध्यान नहीं भटकाता तो कोई जवान बलिदानी नहीं होना था।
उसने अपने मकान में आतंकियों के लिए ठिकाना तैयार करा रखा था। गौहर को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके खिलाफ संबंधित कानून के तहत कार्रवाई की जा रही है। फिलहाल, उससे पूछताछ जारी है।
आतंकी बनने से पहले लश्कर का प्रमुख ओवरग्राउंड वर्कर था :
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि अब्दुल क्यूम डार आतंकी बनने से पहले लश्कर का एक प्रमुख ओवरग्राउंड वर्कर था। उसने अपने घर में भी आतंकी ठिकाना बना रखा था और अप्रैल 2020 में वहां छिपे आतंकियों व सुरक्षाबलों के बीच एक भी मुठभेड़ हुई थी।
इस मुठभेड़ के बाद वह पकड़ा गया था और अगस्त 2021 में जेल से रिहा हुआ था। रिहाई के बाद वह एक बार फिर आतंकियों के लिए बतौर ओवरग्राउंड वर्कर काम करने लगा था।
करीब एक सप्ताह पहले वह अचानक घर से गायब होकर आतंकियों से जा मिला था। उसके आतंकी बनने की पुष्टि होने के बाद उसे सी श्रेणी के आतंकियों में सूचीबद्ध किया गया था।
यहां यह बता दें कि दक्षिण कश्मीर के शोपियां में शनिवार को हुई एक मुठभेड़ में धोखे से सेना के दो जवान बलिदान हो गए थे। इस दौरान जवाबी कार्रवाई में लश्कर-ए-तैयबा के एक आतंकी को भी ढेर कर दिया गया है।
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