
नई दिल्ली. भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) के खिलाफ जारी 15-18 आयुवर्ग के टीकाकरण को लेकर भारत बायोटेक (Bharat Biotech) ने स्वास्थ्यकर्मियों को चेताया है. कंपनी का कहना है कि कुछ रिपोर्ट्स सामने आई थी, जिसमें नए पात्र समूह को अस्वीकृत या अनएप्रूव्ड वैक्सीन दिए जाने की बात की थी. खास बात है कि इस आयुवर्ग के लिए केवल कोवैक्सीन (Covaxin) को ही अनुमति मिली है. भारत में टीकाकरण अभियान की शुरुआत 16 जनवरी 2021 से हुई थी. वहीं, 15 से 18 वर्ष के बच्चों के टीकाकरण का आगाज 3 जनवरी से हो गया था.
वैक्सीन निर्माता कंपनी भारत बायोटेक ने ट्वीट के जरिए स्वास्थकर्मियों को ‘सतर्क’ रहने के लिए कहा. कंपनी ने ट्वीट किया, ‘हमें 15-18 आयुवर्ग को दूसरी वैक्सीन दिए जाने के संबंध में कई रिपोर्ट्स प्राप्त हुई थी. हम स्वास्थ्यकर्मियों से सतर्क रहने और यह सुनिश्चित करने का अनुरोध करते हैं कि 15-18 आयुवर्ग के लोगों को केवल कोवैक्सीन ही दी जाए.’ उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों का आभार जताया.
एक दिन पहले ही भारत बायोटेक ने कोवैक्सीन का डोज लेने के बाद बच्चों को पेनकिलर्स नहीं देने की सलाह दी थी. कंपनी की तरफ से जारी बयान के अनुसार, ‘हमें फीडबैक मिला है कि कुछ इम्युनाइजेशन सेंटर्स बच्चों के लिए कोवैक्सीन केसाथ 3 पैरासीटामॉल 500 mg टैबलेट की सिफारिश कर रहे हैं. कोवैक्सीन से टीकाकरण कराने के बाद पैरासीटामॉल या पेनकिलर्स की सिफारिश नहीं की जाती है.’
भाषा के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण अभियान में 150 करोड़ खुराक का आंकड़ा पार करने पर शुक्रवार को देशवासियों को बधाई दी और कहा कि इसकी वजह से कई जिंदगिया बचाया जाना सुनिश्चित किया जा सका. प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘टीकाकरण के मोर्चे पर आज का दिन उल्लेखनीय रहा. 150 करोड़ की उपलब्धि हासिल करने पर देशवासियों को बधाई. हमारे टीकाकरण अभियान ने बहुत सारी जिंदगियों को बचाना सुनिश्चित किया है. साथ ही साथ हमें कोविड-19 से संबंधित सभी प्रोटोकॉल का पालन भी करते रहना है.’