सुकमा : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज अपने निवास कार्यालय में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में प्रदेश के 28 जिलों में 2 हजार 834 करोड़ रूपए लागत के 401 कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। उन्होंने सुकमावासियों को 78 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों की सौगात दी।
दोपहर 12 बजे वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित लोकार्पण शिलान्यास कार्यक्रम में उद्योग मंत्री कवासी लखमा, जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी, सुकमा नगरपालिका अध्यक्ष जगन्नाथ साहू, कलेक्टर विनीत नन्दनवार, एसपी सुनील शर्मा सहित जनप्रतिनिधिगण एवं अधिकारीगण जिला कार्यालय के विडियो कांफ्रेंसिंग कक्ष में उपस्थित रहेे।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सुकमा जिले में किकिरपाल माता मंदिर से नयापारा तक लगभग तीन करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली सडक़, सुकमा से मलकानगिरी मार्ग में 6 करोड़ 37 लाख रुपए की लागत से बनने वाली पुल, चिन्नापारा से जीरमपाल मार्ग में मलंगेर नदी पर 7 करोड़ 52 लाख रुपए की लागत से बनने वाली पुल, केरलापाल में बटनवाड़ा घाट पर लगभग 19 करोड़ 37 लाख रुपए की लागत के पुल, बकुलाघाट से कांजीपानी मार्ग में फुल नदी पर लगभग 7 करोड़ 14 लाख रुपए की लागत की पुल, कांजीपानी से चिपुरपाल मार्ग में गोरली नदी पर 6 करोड़ 51 लाख रुपए की लागत से बनने वाली पुल, लाठीपारा से सरगीपारा तक लगभग 5 करोड़ 70 लाख रुपए की लागत से बनने वाली दो किलोमीटर लंबी सडक़, पुनपल्ली से गोंदपल्ली तक लगभग 5 करोड़ 95 लाख रुपए की लागत से बनने वाली चार किलोमीटर लंबी सडक़, हिकमीरास से सरगीपारा तक लगभग 2 करोड़ 91 लाख रुपए की लागत से बनने वाली दो किलोमीटर लंबी सडक़ और जिला सेनानी कार्यालय से राष्ट्रीय राजमार्ग 30 तक 3 करोड़ 48 लाख रुपए की लागत से बनने वाली चार किलोमीटर लंबी सडक़ का शिलान्यास किया।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्यों एवं जनसुविधा का कार्य सतत् तौर पर किया जा रहा है। सडक़ों के साथ पुल पुलिया के निर्माण से ग्रामीण अंचलों में सुगम आवागमन सुनिश्चित हुआ है। इसके साथ ही सुगम सडक़ योजना के अंतर्गत शासकीय भवनों को मुख्य मार्ग से बारह मासी सडक़ से जोडऩे का काम किया जा रहा है।
उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने सुकमा जिलेवासियों को विकास कार्यों की सौगात देने के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि सडक़ और पुल पुलिया बनने से जिले में विकास की लहर तेज हुई है। सडक़ बन जाने से क्षेत्रवासियों को हर मौसम में आवागमन में सुविधा मिल रही है।
Add Comment