टोक्यो. दुनिया के शीर्ष रैंकिंग वाले टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच (Novak Djokovic) ‘गोल्डन स्लैम’ को पूरा करने के सपने के साथ ओलंपिक में भाग लेने आए थे, लेकिन कांस्य पदक मुकाबले को गंवाने के बाद वह टोक्यो से खाली हाथ लौटेंगे. सर्बिया के इस खिलाड़ी को कांस्य पदक मुकाबले में स्पेन के पाब्लो कारेनो बुस्टा ने 6-4, 7-6 , 6-3 से शिकस्त दी. मैच के दौरान जोकोविच ने कई बार आपा खोया और रैकेट पर अपना गुस्सा निकाला.
#Djokovic throws racket out of court.
No warning? Wtf??#Olympics #OlympicTennis @Olympics @DjokerNole pic.twitter.com/t4OUPvVEjd— Lauri Selänne (@sebulban) July 31, 2021
जोकोविच को 24 घंटे से कम समय में तीसरी बार हार का सामना करना पड़ा. ओलंपिक के पुरुष एकल के सेमीफाइनल में शुक्रवार को अलेक्जेंडर ज्वेरेव ने जोकोविच को हराकर ‘गोल्डन स्लैम’ पूरा करने वाले पहले पुरुष खिलाड़ी बनने के उनके सपने को तोड़ दिया था. उन्हें इसके बाद मिश्रित युगल के सेमीफाइनल में भी हार का सामना करना पड़ा था. एक ही साल में चारों ग्रैंड स्लैम के साथ ओलंपिक स्वर्ण जीतने को गोल्डन स्लैम कहते है. स्टेफी ग्राफ (1988) इस उपलब्धि को हासिल करने वाली इकलौती टेनिस खिलाड़ी हैं.
जोकोविच की निराशा का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उन्होंने दूसरे सेट में मैच प्वाइंट बचाने के बाद तीसरे सेट की लंबी रैली के दौरान बुस्टा के शॉट को रोकने में नाकाम रहने के बाद अपने रैकेट को स्टैंड की ओर फेंक दिया. इसके दो गेम के बाद जब बुस्टा ने उनकी सर्विस तोड़ी तो एक बार फिर उन्होंने अपने रैकेट से नेट पर प्रहार कर दिया. उन्होंने इसके बाद रैकेट उठाकर फोटोग्राफरों की ओर उछाल दिया.
Novak Djokovic to Simone Biles: “Without pressure there is no professional sport. If you are aiming to be at the top of the game you better start learning how to DEAL WITH PRESSURE.”
Ummm…#Olympics2021 pic.twitter.com/Du2rQ93uRX
— Christopher 🇺🇸 Proud Dem (@cwebbonline) July 31, 2021
बुस्टा ने की थी अंपायर से पेनल्टी अंक की मांग
चेयर अंपायर ने नेट पर रैकेट फेंकने के बाद जोकोविच को चेतावनी भी दी, लेकिन बुस्टा ने अंपायर से पेनल्टी अंक की मांग की, क्योंकि रैकेट पर गुस्सा निकालने का यह दूसरा मामला था. अंपायर ने हालांकि पहली घटना बाद जोकोविच को चेतावनी नहीं दी थी.
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