नई दिल्ली: देश में आयकर पोर्टल भले ही ठीक से काम न कर रहा हो, लेकिन आयकर विभाग का डेटा एनॉलिटिक्स सिस्टम पूरी तरह से काम कर रहा है और टैक्स के मामलों में पेनाल्टी के नोटिस भी लोगों को भेजे जा रहे हैं। ऐसे करदाता, जिनके ईमेल सिस्टम में अपडेट नहीं हैं, उनमें से देश भर में करीब 40-45 हजार लोगों को विभाग की तरफ से नोटिस भेजने शुरू कर दिए गए हैं।
मामले से जुड़े अधिकारी के मुताबिक पिछले सालों में से जिन भी लोगों के रिटर्न में पेनाल्टी बनती थी उन्हें नोटिस भेजे जाने शुरू हो गए हैं। वहीं पिछले वित्तवर्ष या मौजूदा असेसमेंट साल के मामलों पर अभी काम शुरू नहीं हो पाया है। अधिकारी के मुताबिक लोगों को पिछले साल के पहले के मामलों में ऑनलाइन नोटिस भेजने का काम आयकर पोर्टल चालू नहीं हो पाने की वजह से फिलहाल बंद पड़ा है।
जानकारी के मुताबिक कई मामलों में करदाताओं की तरफ से दी गई जानकारी आयकर विभाग के सिस्टम में उससे जुड़े दूसरे माध्यमों से पहुंची जानकारी से मेल नहीं खाती है। शुरुआती आंकलन के हिसाब से ऐसे करीब 2 लाख मामले विभाग के रडार पर हैं। इनकी स्क्रुटनी के बाद नोटिस भेजे जाने लगे हैं।
ई-मेल नदारद तो पते पर भेजे जा रहे नोटिस
इनमें से करीब 25 फीसदी मामलों में विभाग के पास ऐसे लोगों से जुड़े ई-मेल का पता मौजूद नहीं है। यही वजह है कि उन लोगों को नोटिस, उनके पते पर भेजे जा रहे हैं। सूत्रों ने ये भी बताया है कि नोटिस के दायरे में ऐसे प्रोफेशनल्स भी शामिल हैं जिन्हें कई मामलों में टैक्स से छूट है और उन्होंने उसी आधार पर रिटर्न दाखिल कर दिया।
सिस्टम के जरिए ये जानकारी मिली कि उन्होंने दूसरे जरिए से होने वाली आय का पूरा ब्योरा आयकर विभाग को नहीं दिया है। मामले की स्क्रुटनी के बाद अधिकारियों ने उन पर जुर्माना लगाया है।
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