
बलौदाबाजार। कसडोल एवं इसके आस-पास के दर्जन भर गांवों को मिलाकर कसडोल विकास योजना – 2031 का प्रारूप तैयार किया गया है। नगर एवं ग्राम निवेश विभाग द्वारा प्रस्तावित प्रारूप पर आज यहां जिला कलेक्टर कार्तिकेया गोयल की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा सामूहिक रूप से विचार-विमर्श किया गया।
समिति के सदस्यों को वर्तमान प्रारूप में निहित प्रावधानों की विस्तार से जानकारी दी गई और इसे और बेहतर एवं जनता के लिए सुविधाजनक बनाने के लिए सुझाव लिये गये। बैठक में विकास योजना 2031 के प्रस्तावित प्रारूप नक्शे का प्रदर्शन भी किया। उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने इनका अवलोकन कर इस संबंध में अपनी जिज्ञासाओं का समाधान भी कराया।
कलेक्टर गोयल ने बताया कि नगर तथा ग्राम निवेश द्वारा शहरों के भावी विकास को देखते हुए मास्टर प्लान बनाया जाता है। इसी क्रम में कसडोल शहर का प्लान तैयार किया जा रहा है। विभिन्न विभागों द्वारा विकास के लिए जो भी रकत आवंटित किये जाते हैं, इन्हीं नक्शों के अनुरूप निवेश किये जाएंगे। उन्होंने कहा कि कसडोल को ईको टूरिज्म एवं नालेज हब के तौर पर विकसित किये जाने पर जोर दिया गया है।
नगर तथा ग्राम निवेश विभाग के सहायक संचालकबांधे ने बताया कि एक लाख की आबादी को ध्यान में रखकर विकास योजना प्रस्तावित की गई है। विशेषज्ञों एवं जनप्रतिनिधियों के सुझाव के अनुरूप इनमें तमाम बुनियादी सुविधायें शामिल की गई हैं। उन्होंने बताया कि कसडोल नगर सहित इनके आसपास के दर्जन भर गांव विकास योजना में समाहित किये गये हैं।
इनमें ग्राम पंचायत बैगनडबरी, बिलारी, छरछेद, कोट, गोरधा, चांटीपाली, दर्रा, चकरवाय, खरवे, सेमरिया, धौराभांठा एवं हटौद शामिल हैं। जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष राकेश वर्मा, जनपद पंचायत कसडोल की अध्यक्ष श्रीमती गौरी देवी, अपर कलेक्टर जोगेन्द्र नायक, नगर तथा ग्राम निवेश, रायपुर के संयुक्त संचालक संदीप बागड़े सहित प्रस्तावित ग्रामों के सरपंच उपस्थित थे।
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