छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़: उत्तरी क्षेत्र शीत लहर की चपेट में…पारा 6 डिग्री तक गिरा…

अंबिकापुर। उत्तरी छत्तीसगढ़ शीत लहर की चपेट मे है। हाल ही में हुई हल्की बारिश के बाद लोगों को दिसम्बर की कड़कड़ाती ठंड ने पहली बार बेहाल कर दिया है। बारिश थमने के दो दिनों के भीतर ही न्यूनतम तापमान में करीब 7 डिग्री की तगड़ी गिरावट दर्ज की गई है।

गुरुवार को शहर का न्यूनतम तापमान 6 डिग्री तक पहुंच गया। उत्तरी भारत से चल रही ठंडी हवा से पूरा इलाका शीत लहर की चपेट में है। इधर, शहर के बाहरी इलाकों में सुबह घना कोहरा छाए रहने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।



हादसे का भी खतरा बना रहा। सुबह 10 बजे के बाद कोहरे छंटने से लोगों ने राहत की सांस ली। इस बीच अंबिकापुर शहर का न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड 6.4 डिग्री तक पहुंच गया।

मौसम में इस बार उलटफेर और पश्चिमी विछोभ के कारण सरगुजा सहित पूरे उत्तरी छत्तीसगढ़ में लोगों को ठंड का अहसास नही हुआ था। लेकिन हाल की बारिश के बाद सरगुजिहा ठंड ने दस्तक दे दी है।

लोग कड़ाके की ठंड से बेहाल हैं। अचानक ठंड तेजी से गिरने का असर लोगों के स्वास्थ्य पर भी पड़ा है। सुबह स्कूल जाने वाले बच्चों के अलावा शिक्षक भी कड़ाके के ठंड से परेशान हैं।
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गंगापुर और खैरबार इलाका घने कोहरे से ढंका रहा
मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक ही उत्तरी छत्तीसगढ़ में कोहरे का प्रकोप शुरू हो गया है। गुरुवार को शहर के गंगापुर, प्रतीक्षा बस स्टैंड, खैरबार, महामाया पारा सहित कई इलाकों में घना कोहरा छाया रहा। विज़िबिलिटी 15 मीटर से भी कम होने से वाहन सवार परेशान रहे। हादसे की आशंका को देखते हुए वाहनों की स्पीड भी इन इलाकों में बहुत धीमी थी।

कोहरे के कारण राजपुर और बनारस रोड में बढ़ा हादसे का खतरा
कोहरे के कारण झारखंड और बनारस रोड में हादसे का खतरा बढ़ गया है। इन इलाको में भी घना कोहरा छा रहा है। सुबह और रात में ही ज्यादातर यात्री बसों की आवाजाही रहती है ऐसे में कोहरा किसी गंभीर हादसे का कारण बन सकता है। क्योंकि इन मार्गों में गाड़ी चालकों को समझाइश देने किसी विभाग को फुरसत नही है। ये चालक के विवेक पर है कि वो कोहरे में वाहन चलाएगा या नहीं।

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