
जगदलपुर। बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित मतदान केन्द्रों की बहुतायत, नक्सलियों की ओर से चुनाव बहिष्कार की धमकी और हाल के दिनों में दक्षिण बस्तर में हुए नक्सली हमलों के बीच शांतिपूर्ण चुनाव कराने की चुनौती के साथ आगे बढ़ रहे प्रशासन ने 12 नंवबर को होने वाले विधान सभा चुनाव हेतु बस्तर की 12 विधान सभा क्षेत्रों के लिए 95 मतदान दल कर्मी कड़ी सुरक्षा के बीच हेलिकॉप्टर से आज रवाना हुये।
बीजापुर जिला से 40, सुकमा जिले से 45 तथा नारायणपुर जिले से 10 मतदानकर्मियों को हेलिकॉप्टर से रवाना किया गया। यह दल आज सुबह मतदान केन्द्र के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच पैदल रवाना हो गये हैं, जिन्हें पांच से दस किलोमीटर तक पैदल चलना होगा।
शेष 12 विधान सभा क्षेत्र के संवेदनशील इलाके के मतदानकर्मियों को भी हेलिकॉप्टर से रवाना किया जा रहा है। इन मतदानकर्मियों की वीडियो ग्राफी के साथ – साथ दवाईयों की कीट भी दी जा रही है।
बस्तर संभाग के सात जिलों के 12 विधानसभा क्षेत्रों में 2381 मतदान केन्द्र स्थापित किए गए हैं। इनमें करीब 70 फ ीसदी मतदान केन्द्र नक्सल प्रभावित संवेदनशील और अतिसंवेदनशील की श्रेणी में हैं। लगभग 15 फीसदी मतदान केन्द्र ही सामान्य दर्जे में रखे गए हैं।
राजनीतिक संवेदनशील केन्द्रों की संख्या 401 है। सर्वाधिक एक हजार से अधिक मतदान केन्द्र अतिसंवेदनशील हैं, जबकि 900 के आसपास केन्द्र नक्सल संवेदनशील माने गए हैं। संभाग में कुछ दल आज और बाकी बचे हुए दल रविवार को मतदान केन्द्रों के लिए रवाना होंगे।
संभाग में 20,62,000 से अधिक मतदाता चुनाव में भाग लेंगे। इनमें दस लाख से कुछ अधिक पुरुष और 10,61,447 महिला मतदाता हैं। चुनाव संपन्न कराने करीब 14 हजार अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी लगायी गयी है। इनकी तुलना में 4 गुना अधिक सुरक्षा बलों के जवानों की तैनाती की गयी है।
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