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ओपन स्कूल के छात्र-छात्रा अब आगामी नए दिशा निर्देश तक कर सकेंगे असाइनमेंट जमा…

कोरबा: ओपन स्कूल के समस्त अध्ययन केंद्रों में हाई व हायर सेकेंडरी परीक्षा वर्ष 2021 में प्रवेशित छात्र-छात्राओं के लिए समस्त विषयों में तृतीय असाइनमेंट की लिखित उत्तर पुस्तिका जमा करने दस मई तक का समय दिया था। पर महामारी के चलते घोषित लाकडाउन की मुश्किलों के कारण निर्धारित समय.सीमा में कई छात्र.छात्राएं तृतीय असाइनमेंट जमा नहीं कर पाए हैं। इस समस्या को देखते हुए बोर्ड ने यह अंतिम असाइनमेंट जमा करने छात्र.छात्राओं के लिए समय सीमा में वृद्धि की है। आगामी आदेश तक के लिए दी गई सुविधा के लिए अंतिम तिथि निर्धारित नहीं की गई है।

बोर्ड के पर्चे शुरू होने के ठीक 11 दिन पहले छत्तीसगढ़ राज्य ओपन स्कूल ने कक्षा 10वीं व 12वीं की परीक्षाएं भी स्थगित कर दी थी। बढ़ते कोविड संक्रमण को देखते हुए यह निर्णय लिया गया। कोरोना काल को देखते हुए इस बार ओपन स्कूल के कक्षा संचालन में आंशिक परिवर्तन भी किए गए थे। छात्र.छात्राओं के निकटवर्ती अध्ययन केंद्र में संपर्क कक्षाएं लगाई गई पर लाक डाउन के चलते इन कक्षाओं का लाभ व तैयारी के लिए ज्यादा वक्त नहीं मिल सका।

जिस विषय विद्यार्थी ने जिस स्कूल में फार्म दाखिल किए थेए वहां के प्राचार्य से विस्तृत जानकारी ले सकते हैं। पहला असाइनमेंट जमा करने की अंतिम तिथि 10 मार्चए दूसरा असाइनमेंट 10 अप्रैल और तीसरा 10 मई तक का समय दिया गया था पर कोरोनाकाल में लाक डाउन के साथ इन तिथियों में भी विस्तार होता रहा और आखिरकार परीक्षाएं स्थगित कर दी गई और अब तृतीय असाइनमेंट जमा करने का समय फिर बढ़ा दिया गया है। इस बार अवधि में विस्तार के साथ कोई अंतिम तिथि भी घोषित नहीं की गई है। इसलिए आगामी नए दिशा.निर्देश तक असाइनमेंट जमा किया जा सकेगा।

परीक्षा को पास करने के लिएए उम्मीदवारों को प्रत्येक विषय के साथ.साथ कुल मिलाकर कम से कम 33 प्रतिशत अंक प्राप्त करने होंगे। जिन लोगों को न्यूनतम अंक नहीं मिले हैं उन्हें असफल या अनुत्तीर्ण माना जाएगा। जिले में ओपन स्कूल की परीक्षा में इस वर्ष ओपन स्कूल अंतर्गत हाई व हायर सेकेंडरी की परीक्षा में 10 हजार परीक्षार्थी पंजीकृत हुए हैं। पूर्व में जारी गाइडलाइन के अनुसार तीन में न्यूनतम दो असाइनमेंट जमा करने वालों को ही परीक्षा की पात्रता दी जानी थी। नियमित छात्रों के बाद ओपन स्कूल के लिए परीक्षा को लेकर मापदंड तय नहीं किए जाने से पशोपेश की स्थिति देखी जा रही थी।

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