कोरोना वायरस से संक्रमित गर्भवती महिलाएं अपने गर्भ में पल रहे बच्चे को संक्रमित कर सकती हैं या नहीं, इसको लेकर हमेशा से एक सवाल उठ रहा है, लेकिन अब वैज्ञानिकों ने इसका जवाब ढूंढ लिया है। बीते शुक्रवार को प्रकाशित एक नए अध्ययन के मुताबिक, शोध में पाया गया कि गर्भवती महिलाओं ने अपने बच्चे को गर्भाशय में संक्रमित नहीं किया।
इसके अलावा शोध में यह भी पाया गया कि कोविड-19 से संक्रमित गर्भवती महिलाओं के शरीर में वायरस के खिलाफ जो एंटीबॉडी बनी थी, उसे अपने अजन्मे बच्चे को भी प्लेसेंटा (गर्भनाल) के माध्यम से ट्रांसफर (स्थानांतरित) करने में सक्षम थीं, भले ही उस समय उनमें संक्रमण के कोई लक्षण नहीं दिखते हों। इस शोध को अमेरिका के जामा पेडियाट्रिक्स नामक पत्रिका में प्रकाशित किया गया है।
अध्ययन से पता चला कि जब मां कोरोना वायरस से संक्रमित हुई और जब नवजात का जन्म हुआ, तो मां के शरीर से बच्चे के शरीर में अधिक से अधिक मात्रा में एंटीबॉडी स्थानांतरित हो गए। शोधकर्ताओं का कहना है कि इस अध्ययन से गर्भवती महिलाओं के लिए कोरोना के टीके के परीक्षण में मदद मिल सकती है।
शोधकर्ताओं के मुताबिक,अध्ययन से यह पता चला है कि कैसे कोविड-19 से संक्रमित रह चुकीं गर्भवती महिलाओं की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया शिशुओं की रक्षा करने में भी मदद कर सकती है। हालांकि शोधकर्ताओं का यह भी कहना है कि इस अध्ययन के लिए नमूने सिर्फ एक ही अस्पताल से लिए गए थे। फिलहाल इसपर और अधिक शोध की जरूरत है।
Add Comment