एमए, एमकॉम, एमएससी समेत अन्य सेमेस्टर पाठ्यक्रम में इस बार दो महीने से भी कम की पढ़ाई होगी। क्योंकि, इन कक्षाओं में प्रवेश की प्रक्रिया देर से शुरू हुई, जो अब तक चल रही है। वहीं दूसरी ओर फरवरी से सेमेस्टर परीक्षाएं शुरू होने की संभावना है। इस तरह से प्रवेश पाने वाले छात्रों को इसके अनुसार तैयारी करनी होगी। शिक्षाविदों का कहना है कि ग्रेजुएशन अंतिम के नतीजे इस बार देर से जारी हुए।
इसकी वजह से पीजी समेत अन्य सेमेस्टर पाठ्यक्रमों में प्रवेश की प्रक्रिया देर से शुरू हुई। विभिन्न पाठ्यक्रमों में सीटें नहीं भरने की वजह से प्रवेश की तारीख बढ़ाकर 31 दिसंबर की गई। इसके अनुसार कॉलेजाें में एडमिशन हो रहे हैं। सेमेस्टर परीक्षाओं का आयोजन आमतौर पर दिसंबर से जनवरी के बीच होता है। लेकिन इस बार फरवरी से यह परीक्षाएं शुरू होगी।
इस तरह से पीजी व अन्य सेमेस्टर में प्रवेश पाने वाले छात्रों को पढ़ाई के लिए जनवरी और फरवरी के कुछ सप्ताह मिलेंगे। फरवरी से ही परीक्षाएं शुरू हो जाएगी। इस संबंध में कॉलेज के अधिकारियों का कहना है कि अभी कॉलेजों में क्लासरूम टीचिंग बंद है। इसलिए ऑनलाइन कक्षाएं चल रही है। फर्स्ट ईयर की कक्षाएं 2 नवंबर से चल रही है।
इसी तरह पीजी व अन्य सेमेस्टर के लिए भी ऑनलाइन कक्षाएं ही चलेगी। कुछ कॉलेजों में इसके अनुसार पढ़ाई भी शुरू हो चुकी है। गौरतलब है कि छह महीने के सेमेस्टर के लिए करीब 90 से 100 दिन की पढ़ाई होती है। लेकिन इस बार कम पढ़ाई होगी।
Add Comment