किसी रिलेशनशिप (Relationship) में दिल का टूटना (Heartbreak) कोई आसान बात नहीं होता है. क्योंकि इसमें दिल के साथ आपके ज़ज्बात, विश्वास और एहसासों का भी दम घुट जाता है. इस स्थिति में मन में वो ख्याल तक आने लगते हैं जो आपको जीवन के अंत में ले जाने के लिए मजबूर करते हैं. मानते हैं कि दिल के इस व्यापार में प्यार के अरमानों का सौदा होता है.
लेकिन यह जरूरी ही तो नहीं कि वह आपकी किस्मत में भी लिखा हो. क्या हुआ जो एक दिल टूट गया आपके और भी सपने तो अभी बाकी हैं. इसलिए खुद को मजबूत कर जिदंगी की अगली मंजिल के लिए रास्ते तैयार करें. हम भी आपको उन 5 बातों को बताते हैं जो आपके दिल टूटने के दर्द को हल्का कर आपको नये इंतकाम तक पहुंचाने में मदद करेंगी.
सच्चाई को अपनाएं
आपको बता दें कि दिल टूट जाने की चीज है इस बात को आप दिल से न लगाएं. आप जिससे बेइंतहा मोहब्बत करते थे वो आज आपके साथ नहीं. मानते हैं कि आप दोनों के बीच एक पल ऐसा भी आता होगा अब आप एक-दूजे के बिना सांस भी नहीं लेते होंगे. ‘जब दिल ही टूट गया तो जीकर क्या करें’ ऐसा बिल्कुल भी न सोचें. समय के साथ स्थिति बदलती है उसे स्वीकार करें.
पुरानी बातों पर मिट्टी डालें
ब्रेकअप के बाद आपके सामने कुछ ऐसे दृश्य सामने आएंगे जो आपको आपके प्यार के पुराने दिनों में जाने को मजबूर करेंगे और आप उस वक्त खुद को अकेला और बेसहारा महसूस करने लगेंगे. लेकिन यह गलत है क्योंकि आपने प्यार को कुछ ज्यादा ही प्रायरिटी दे दी है. अगर आगे बढ़ना है आपको उसे और उसके प्यार को भूलन होगा. उसकी पुरानी यादों और बातों पर मिट्टी डालनी होगी. आपको अपने और सपनों को पूरा करने पर ध्यान देना होगा.
दिल की डिवाइस से डिलीट कर दें उसकी सभी यादें
ग्रिटिंग्स, कॉन्टेक्ट नंबर, इमेल, फोटोज और मैसेज को कचरे में डालें. यकीन मानिए दिल को बहुत राहत मिलेगी. जितना उसकी यादों से जुड़ेंगे या जुडे़ंगी तकलीफ उतनी ही बढ़ेगी. उससे जुड़ी हर चीज को दिल की डिवाइस से डिलीड करना ही आपके लिए बेहतर होगा.
पॉजिटिव रहें
यह आपको तय करना है कि आप ब्रेकअप के बाद आपको पॉजिटिव रहना है या निगेटिव. यदि वह तुम्हारा दिल तोड़कर चली गई या चला गया है तो अंदर से न टूटें. पॉजिटिव बनें और चीजों को व्यवहारिक तौर पर देखें. इस बात को गांठ बांधकर रखें लें कि जो होता है अच्छे के लिए होता है. यकीन मानिए ऐसा सोचेंगे तो नई मंजिलों के रास्ते खुद ब खुद छोटे होते चलते जाएंगे.
दर्द को बांटे, खुद को दोष न दें
ऐसी स्थिति में आप अपने किसी खास दोस्त, भाई या जिससे आपकी अच्छी बॉन्डिंग बनती है आप उससे अपने दिल का दर्द जरूर बांटे. इससे मन हल्का होता है और साथ ही तनाव भी कम होता है. टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, खराब रिलेशनशिप आपको जज नहीं कर सकती है. दूसरे की गलत आदत के कारण रिश्ते टूट जाते हैं. इसका मतलब यह नहीं है कि आप खुद को दोष दें. हौंसला बनाए रखें, यकीन मानिए भविष्य में चींजे आपके अनुसार होगी.
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