बलरामपुर, पवन कश्यप:- बलरामपुर जिले के राजस्व निरीक्षक एवम पटवारी संघ ने संयुक्त रूप से मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर गिरदावरी कार्य में सरकार पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए गिरदावरी एवम भू अभिलेख संबधी समस्त कार्यों में दो दिवसीय बहिष्कार का ऐलान किया है। संघ ने पत्र में लिखा है कि भू – राजस्व सहिंता १९५९ एव (.छग.) भू अभीलेख नियमावली के अनुसार खरीफ रबी जायद फसलों की गिरदवारी कार्यों के लिए पृथक – पृथक अवधि निर्धारित की गई है !
खरीब फसल के लिए १५ सितंबर से ३० अक्टूबर तक जब वर्षा का प्रवेग कम होता है तब किया जाना निर्धारित है परन्तु विगत वर्षों से खरीफ फसलों की गिरदवारी को १ अगस्त से २० सितंबर तक किये जाने का आदेश दिया गया है। पटवारी व राजस्व निरीक्षक वर्षा से अपने दस्तावेजों को बचाये रखें या गिरदावरी जांच करें।
पहले खसरा पंचशाला में ही गिरदावरी की जाती थी परंतु वर्तमान में बगैर तकनीकि संसाधनों, नेट सुविधाओं के ऑनलाइन प्रविष्टि एवम ऑनलाइन प्रविष्टि की फोटोयुक्त जांच आवेदन करने का आदेश जारी कर दिया गया है। जिससे गिरदावरी कार्य में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
संघ ने कहा कि काँकेर अम्बिकापुर रायगढ़ राजनंदगांव में कार्यवाही की गई है सुकमा में पटवारी का अपहरण कर नक्सलियों द्वारा प्राणघातक हमला कर गिरदवारी नहीं की जाने की धमकी दी गई है जशपुर राजस्व निरिक्षक को अपहरण कर मारपीट की गई !
गिरदावरी कार्य के दौरान ही राजस्व अधिकारीयों एव राजस्व इस तर के उच्च अधिकारी गिरदवारी की जाँच कर पटवारी एव राजस्व निरीक्षक के विरुद्ध अनुशासनात्मक करवाई की जा रही है जो सर्वथा अनुचित है।
संघ ने कहा कि पटवारी एव राजस्व निरिक्षक के पास अतिरिक्त सर्कल का प्रभार रहता है इस प्रकार एक पटवारी के पास ५००० -१०००० एव राजस्व निरीक्षक के प्रभार क्षेत्र में ४०००० -७५००० खसरा नंबर होते हैं जिसके २५ प्रतिसत खसरा नंबरों का फोटो सहित गिरदवारी एव जाँच पुणत ; अव्यवहारिक है एव समस्त कार्यों का सम्पादन ५० दिनों में किया जाना सम्भव नही। संघ ने कहा कि अनुसासनात्मक कार्यवाही का भय दिखा कर १०० प्रतिसत गिरदवारी की अपेक्षा नहीं की जा सकती है राजस्व निरिक्षक द्वारा गिरदवारी जाँच का निर्धारण २५ प्रतिशत से घटा कर १० प्रतिशत किये जाने की मांग की है।
संघ ने आगे करोना काल में राजस्व कर्मियों का बिमा किये जाने की मांग करते हुए कहा है की कोरोना महामारी के इस दौर में भी पटवारी व राजस्व निरिक्षक अपने जान को जोखिम में डालकर २४ घंटे अपने कर्त्तवय के साथ- साथ करोना से संबन्धित कार्य भी कर रहे हैं इस दौरान पुरे राज्य में बहुत से राजस्व निरिक्षक एव पटवारी करोना पोजटिव पाए गये हैं जिसे ध्यान में रखते हुये स्वास्थकर्मियों के सामान राजस्व कर्मियों का भी बिमा किया जाए ताकि किसी किसी प्रकार की अनहोनी होने के स्थिति में संबन्धित कर्मचारी के परिवार को वित्तीय सहायता मिल सके।
संघ ने उपरोक्त मांगों को लेकर राजस्व निरिक्षक एव पटवारी दिनाँक 9तथा 10 सितंबर को दो दिवस के लिए आपदा प्रबंधन से संबन्धित एव कोविड १९ से संबन्धित कामों को छोड़ कर राजस्व एव भू अभिलेख के कामों का निष्पादन नहीं करने की बात कही है। उन्होंने सरकार से इन माँगों पर सहानभूति पूर्वक विचार करते हुवे तत्काल आदेश जारी करने की मांग की है।
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