महासमुंद। कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने आज यहां कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा की। कलेक्टर गोयल ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग से संबंधित सभी कार्यक्रमों का निचले स्तर पर ठीक तरीके से क्रियान्वन होना चाहिए, केवल डाटा एवं एंट्री पर निर्भर न रहें। उन्होंने टीबी, मलेरिया, कुष्ठ, अंधत्व निवारण, तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर एवं कायाकल्प सहित अन्य कार्यक्रमों की समीक्षा कर लक्ष्य के विरुद्ध अब तक की उपलब्धियों के बारे में जानकारी ली।
कलेक्टर श्री गोयल ने कहा कि जिले का कोई भी अस्पताल या केंद्र चिकित्सक विहीन न हो साथ ही स्वास्थ्य केंदों में दवाओं का पर्याप्त भंडारण भी सुनिश्चित करें। बैठक में उन्होंने संस्थागत प्रसव बढ़ाने, शत-प्रतिशित बच्चों का टीकाकरण करने की बात भी कही। बैठक में मुय कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डॉ. रवि मित्तल, मुय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.पी. वारे, सिविल सर्जन सह मुय अस्पताल अधीक्षक डॉ. आर.के. परदल आई.एम.एम जिला इकाई के अध्यक्ष डॉ. विमल चोपड़ा सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं के सुचारू संचालन एवं मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए गुरूवार 23 जुलाई 2020 को कलेक्टर श्री गोयल द्वारा ली गई इस समीक्षा बैठक में सुबह एवं शाम की दो पालियों में क्रमश: डिस्ट्रिक्ट क्वालिटी एश्योरेन्स कमेटी, जैव चिकित्सा प्रबंधन सहित जिला चिकित्सालय, सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में प्रदाय की जा रही चिकित्सा सेवाओं के साथ-साथ उपलब्ध उपकरणों और दवाओं भंडारण के संबंध में अद्यतन जानकारी लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मैराथन चली इस बैठक में उन्होंने बेहतर स्वास्थ्य सेवा और कोविड-19 के साथ अस्पताल प्रसव एवं सुपोषण अभियान पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि उल्टी एवं दस्त सहित मौसमी बीमारियों को देखते हुए कारगर प्रयास किए जाएं। कलेक्टर श्री गोयल ने गंभीर कुपोषित बच्चों के लिए काउंसलिंग के जरिए पोषक पुर्नवास केंद्र में लाने की बात कही, ताकि गुणवत्तापूर्ण आहार देकर उन्हें सुपोषित किया जा सके। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग से समन्वय कर एनिमिया पीडि़तों एवं गर्भवती महिलाओं को चिन्हांकित कर गुणवत्तापूर्ण आहार देने के लिए कहा। साथ ही उन्होंने पूर्ण टीकाकरण एवं अधिक से अधिक संस्थागत प्रसव कराने पर जोर दिया।
डिस्ट्रिक्ट क्वालिटी एश्योरेन्स कमेटी की बैठक के दौरान कलेक्टर ने नसबंदी की क्षतिपूर्ति में विलंब न करने के साथ-साथ नब्बे दिवस के भीतर ही फार्म भराए जाने के निर्देश दिए। वहीं, कोविड-19 में संलग्न चिकित्सकीय अमले की सुरक्षा के दृष्टिगत जीवनदीप समिति व अन्य प्रावधानों के अंतर्गत सुरक्षा गार्ड बढ़ाने के साथ-साथ बीट गार्ड स्तर से भी प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के समन्वय सहित शिकायतें होने पर विधि-समत प्राथमिकी दर्ज कराने को कहा। बढ़ते क्रम में कलेक्टर गोयल ने निजी चिकित्सा संस्थानों में जैव चिकित्सकीय अपशिष्ट प्रबंधन के लिए निर्देंश देते हुए विशेषकर विकासखण्ड महासमुंद, पिथौरा और बागबाहरा में पंजीकृत अनुबंधित संस्थान द्वारा बेहतरी से पालन कराने को कहा।
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