बलरामपुर,पवन कश्यप- बलरामपुर जिले की रामचंद्रपुर जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत पचावल, पांगन नदी पर बहुचर्चित अवैध रेत उत्खनन को रोकने पूर्व जिला पंचायत सदस्य तथा यूथ ऑइकन एवं सांसद प्रतिनिधि धीरज सिंह देव ने मोर्चा खोल दिया है,.
एक तरफ इस रेत की अवैध उत्खनन के संबंध में सब कुछ जानकर भी जहां प्रसाशन गहरी नींद सो रही है वहीं धीरज सिंह देव ने ककेक्टर को ज्ञापन सौंपकर नदी के तट पर अपना डेरा जमा प्रसासन की नींद खोलने एवं अवैध उत्खनन पर लगाम लगाने आंदोलन पर उतर आए हैं.
गौरतलब है कि रामचंद्रपुर विकासखण्ड का सुदूर क्षेत्र जो उत्तरप्रदेश के सीमा से लगा हुआ है यहां लंबे से रेत का अवैध उत्खनन किया जाता रहा है जिसके संबंध में स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों ने कई बार तहसील से लेकर जिला तक संबंधित हरएक अधिकारी को अवगत कराया एवं इस अवैध उत्खनन को रोकने का आग्रह किया परंतु प्रसासन के तरफ से कोई सकारात्मक परिणाम नहीं आया वहीं रेत माफियाओं के द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों को धमकाया जाने लगा.
बताया जाता है कि उत्तरप्रदेश के रेत माफियाओं को छतीसगढ़ के सत्ता पक्ष के नेताओं का संरक्षण प्राप्त है जिसके कारण न रेत माफियाओं को किसी प्रकार का कोई भय है और न ही संबंधित अधिकारी इस संबंध में कोई करवाई कर पा रहे हैं.
रेत माफियाओं द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियों को धमकाए जाने एवं अवैध उत्खनन के खिलाफ जिले के यूथ ऑइकन जिला पंचायत के पूर्व सदस्य एवं राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम के प्रतिनिधि धीरज सिंह देव ने जिला कलेक्टर को पुनः ज्ञापन सौंपते हुए अवगत कराया कि रामचंद्रपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत पचावल खसरा क्रमांक 390 में कुल रकबा 15.79 हे0 क्षेत्र में रेत स्वीकृत खदान में एन.जी.टी. के निर्देशानुसार बरसात के दिनों में नदी घाटी से रेत उत्खनन प्रतिबंध होने के बावजूद रेत माफियाओं द्वारा रात में अवैध रूप से रेत का उत्खनन कर उत्तरप्रदेश ले जाया जा रहा है.
एवं विरोध करने पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों को बलपूर्वक डराया जा रहा है, धीरज सिंह देव ने बताया कि इन रेत माफियाओं को सत्ता पक्ष के नेताओं का संरक्षण प्राप्त है जिसके कारण छत्तीसगढ़ के प्रसासन से रेत माफियाओं को किसी प्रकार का कोई डर नहीं है, साथ ही सत्ता पक्ष के मौन स्वीकृति के कारण प्रसासन भी गहरी नींद सो रही है.
बहरहाल धीरज सिंह देव ने सैकड़ो समर्थकों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ अवैध उत्खनन क्षेत्र में डेरा डालकर अवैध उत्खनन को रोकने एवं प्रसासन को जगाने आंदोलन पर उतर आए हैं.
धीरज सिंह देव ने कलेक्टर को वस्तु स्थिति से अवगत कराते हुए कहा कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं नागरिकों के द्वारा दी गई सूचना पर हम सभी अपने जंगल जमीन और पर्यावरण की सुरक्षा हेतु प्रशासनिक उदासीनता से क्षुब्ध होकर इस अवैध रेत खनन को रोकने विवस होकर जा रहे हैं.
जहां पुलिस प्रशासन से सहयोग की अपेक्षा है उन्होंने यह भी कहा कि किसी प्रकार की अप्रिय घटना में हमारे ग्रामीण के जानमाल की क्षति होने की पूरी जवाबदारी जिला प्रशासन की होगी.
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