आज साल का सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण लग गया है. सुबह 9.15 मिनट पर लगा सूर्य ग्रहण शाम 3.04 बजे तक चलेगा. इस खगोलीय घटना को लेकर विज्ञान और अध्यात्म के अपने-अपने मत हैं. विज्ञान ग्रहण को महज एक खगोलीय घटना भर मानता है. वहीं अध्यात्म की नजर में ग्रहण का मानव जीवन पर गंभीर असर होता है.
आध्यात्मिक मान्यता है कि मानव जीवन पर ग्रहण के कई तरह के असर होते हैं. विज्ञान की नजर में यह उत्सव है. अध्यात्म के मुताबिक एक साल में तीन या इससे अधिक ग्रहण अशुभ हैं. वहीं विज्ञान का मत है कि जितने ज्यादा ग्रहण हों, शोध के लिए उतना ही अधिक मौका मिलेगा.
सूर्य ग्रहण को लेकर अध्यात्म की मान्यता है कि अधिक सूर्य ग्रहण से प्राकृतिक आपदाएं आती हैं. वहीं, विज्ञान की राय इससे जुदा है. विज्ञान इसे महज अंधविश्वास बताता है. अध्यात्म से जुड़े लोग बताते हैं कि ग्रहण के दौरान शुभ कार्य नहीं करने चाहिए. वहीं, वैज्ञानिक इसे आधारहीन बताते हैं.
ज्योतिषी बताते हैं कि इस बार सूर्य ग्रहण पर वैसे ही संयोग बन रहे हैं, जैसे साल 1962 में थे. महाभारत के समय जो सूर्य ग्रहण लगा था, वैसा ही संयोग होने का दावा भी किया जा रहा है. ज्योतिषों का मत है कि इस ग्रहण से भारत की शक्ति बढ़ेगी, वहीं पड़ोसी देश चीन पर इसके नकारात्मक प्रभाव होंगे.
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