महासमुंद। कोरोना का असर इस बार गणेशोत्सव पर्व पर भी पडऩे की संभावना है। यही कारण है कि पर्व के लिए दो माह ही शेष है लेकिन अब तक गणेशोत्सव समितियों ने कोई तैयारी शुरू नहीं की है। शहर में बड़े गणेशोत्सव समितियां जून माह में बैठक कर कार्ययोजना तैयार कर लेती है लेकिन इस साल अब तक बैठक ही नहीं हुई है।
शहर के बाजार वार्ड गणेशोत्सव समिति के मनीषकांत साहू और गंजपारा उज्जवल गणेशोत्सव समिति के देवेन्द्र चंद्राकर का कहना है कि कोरोना को लेकर हुए लॉकडाउन के बाद बड़े कार्यक्रम की अनुमति प्रशासन की ओर से नहीं दी जा रही है। आने वाले समय में क्या स्थिति होगी यह भी स्पष्ट नहीं है जिसकी वजह से फिलहाल गणेशोत्सव पर्व को लेकर कोई तैयारी नहीं की गई है।
उनका कहना है कि इस बार आयोजनों के लिए प्रशासन की ओर से अनुमति भी मिलना संभव नहीं दिख रहा है। यही कारण है कि मूर्ति के लिए दो माह पहले आर्डर देते हैं जो अभी तक नहीं दे पाए हैं। स्थिति को देखते हुए मूर्तिकार भी फोन नहीं कर रहे हैं।
घरों में करेंगे प्रतिमा स्थापित
मनीषकांत साहू का कहना है कि इस बार बाजार की जगह हर सदस्य अपने घरों में प्रतिमा स्थापित कर पूजा करेंगे। क्योंकि घरों में पूजा करने के लिए किसी तरह की समस्या नहीं होगी। सदस्यों से इस संंबंध में चर्चा की जाएगी। कोरोना के चलते इस बार अधिकांश समितियां घरों में ही प्रतिमा विराजित कर पूजा अर्चना करेंगे।
शहर के मूर्तिकार कर रहे छोटी मूर्तियों का निर्माण
कोरोना संकट के बीच शहर के मूर्तिकारों ने छोटी मूर्तियों का निर्माण शुरू कर दिया है। मूर्तिकारों ने बताया कि उन्हें अभी तक बड़ी मूर्तियों के लिए आर्डर नहीं मिला है। जिसकी वजह से वे छोटे मूर्तियों का निर्माण कर रहे हैं। वह भी रायपुर के व्यापारियों द्वारा आर्डर पर ही बना रहे हैं। इस बार उन्हें भी गणेशोत्सव के साथ दुर्गोत्सव पर भी सीजनल व्यापार प्रभावित होता दिखाई दे रहा है।
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