दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में गुरुवार की दोपहर डीआरजी जिला रिजर्व बल और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। नेलवाड़ा के जंगल (इंद्रावती नदी के दक्षिणी ओर) में हुई इस मुठभेड़ के बाद सर्चिंग के दौरान घटनास्थल से दो पुरुष माओवादियों के शव बरामद किए गए। मारे गए नक्सलियों में से एक की पहचान प्लाटून नं 16 डिप्टी कमांडर रिशु इस्तम के रूप में हुई है।
दूसरे की पहचान पिडिआकोट जनमिलिशिया कमांडर माटा के रूप में हुई है। मौके से दो देशी हथियार, 5 किलो आईईडी, 2 पिट्ठू बैग और माओवादियों के अन्य दैनिक उपयोग के सामान बरामद किए गए हैं। मारा गया जनिमिलिशिया कमांडर आठ लाख रुपये का इनामी बताया गया है।
पुलिस अधीक्षक डॉ अभिषेक पल्लव ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि बांगापाल थानाक्षेत्र में आने वाले नेलगुडा के जंगल में नक्सलियों के डेरा जमाए होने की जानकारी मिली थी। इसी जानकारी के आधार पर बांगापाल थाने से डीआरजी के जवानों की एक टीम वहां रवाना हुई।
दोपहर करीब ढाई बजे जंगल में पुलिस पार्टी को आता देख दूसरी ओर से नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। पुलिस की ओर से जवाबी फायरिंग के आगे नक्सली टिक नहीं सके और घने जंगलों की ओट लेते हुए वहां से फरार हो गए। गोलीबारी रुकने के बाद डीआरजी के जवानों ने इलाके की सर्चिंग शुरू की।
इस दौरान दो वर्दीधारी नक्सलियों के शवाें के साथ ही घटना स्थल से दो देसी भरमार बंदूक, आईईडी और अन्य दैनिक उपयोग सामग्री बरामद की गई है। मारे गए दोनों नक्सली संगठन में कमांडर के तौर पर काम कर रहे थे और इनमें से एक पर आठ लाख रुपये का इनाम घोषित था।
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