शामली। दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम ने गुरूवार को मौलाना साद के फार्म हाउस में छापा मारा। टीम ने फार्महाउस में छानबीन की लेकिन मौलाना साद नहीं मिले। टीम ने फार्म हाउस में काम करने वाले लोगों से जानकारी ली और देखा कि यहां कोई जमाती तो नहीं है।
मौलाना साद का उत्तर प्रदेश के शामली जनपद में कस्बा कांधला में फार्म हाउस है। गुरुवार को दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम वहां पहुंची। टीम ने फार्म हाउस में पहुंचकर वहां काम करने वाले लोगों से जानकारी ली और देखा कि यहां कोई जमाती तो नहीं है।
इससे पहले दिल्ली क्राइम ब्रांच की पांच सदस्यों की टीम दो गाडिय़ों में कांधला थाने पहुंची। जहां से मौलाना साद के फार्म हाउस पहुंची। फार्म हाउस का गेट खुला और टीम के सदस्य अंदर दाखिल हो गए। इसके बाद टीम ने वहां पर अपनी छानबीन शुरू कर दी। बताया गया कि टीम ने फार्म हाउस पर मौजूद कुछ लोगों से भी बातचीत कर जानकारियां जुटाई हैं।
एसपी विनीत जायसवाल ने टीम के आने की पुष्टि करते हुए बताया कि जांच पड़ताल के बाद ढाई बजे टीम वापस दिल्ली लौट गई।
गौरतलब है कि मार्च के महीने में दिल्ली मरकज से निकली जमात में शामिल लोगों के बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित मिलने के बाद मौलाना साद सुर्खियों में आए थे। दिल्ली पुलिस ने मौलाना साद को इस मामले में आरोपी बनाया हुआ है।
कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज और उसके अमीर मौलाना साद सुर्खियों में हैं। तब्लीगी जमात निकालने की शुरुआत ही शामली जिले के कांधला कस्बे के रहने वाले मौलाना इलियास ने की थी। वह साद के परदादा थे। पहली जमात भी कांधला के लोगों की निकली थी, इसके बाद यह दुनिया भर में फैलती चली गई।
तब्लीगी जमात यानी अल्लाह, कुरान और हदीस की बात दूसरों तक पहुंचाने वाला समूह, इसका सबसे बड़ा मरकज निजामुद्दीन दिल्ली और इस मरकज के अमीर मौलाना साद कांधलवी सुर्खियों में हैं।
दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज से निकलकर देश भर में फैले जमातियों ने कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या तीन गुणा बढ़ा दी, जिससे निजामुद्दीन मरकज और वहां के अमीर मौलाना साद निशाने पर आ गए।
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