(बड़ी खबर) रायपुर : राजधानी में फिर पीलिया की दस्तक… 29 की हुई जांच… मिले 7 मरीज…

रायपुर। शासन-प्रशासन की टीम कोरोना से बचाव और नियंत्रण के लिए जूझ रही है। इस बीच पीलिया का मामला एक बार फिर राजधानी में सामने आने के बाद नगर निगम की टीम स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर राहत और बचाव कार्य में जूटी। दरअसल आमापारा स्वीपर कॉलोनी में लोगों को पीलिया होने की जानकारी के बाद गुरुवार को स्वास्थ्य शिविर लगाकर 29 लोगों की जांच की गई। सभी को चिकित्सकीय परामर्श देने के साथ ही दवाइयां भी दी गई।
पानी मिला पीने योग्य
निगम से मिली जानकारी के मुताबिक पीलिया की खबर आते ही स्वीपर कॉलोनी में नगर निगम और शहरी स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शिविर लगाया। निगम के कार्यपालन अभियंता फिल्टर प्लांट बद्री चंद्राकर और जोन क्रमांक 5 के कमिश्नर अरुण ध्रुव ने अपनी टीमों के साथ आवश्यक कार्रवाई शुरू की। बताया गया कि पेयजल की जांच की गई,जिस पर क्लोरीन दशमलव तीन से लेकर दशमलव चार प्रतिशत तक पाया गया। इसका अभिप्राय है कि पानी में क्लोरीन आवश्यक मात्रा में पाई गई और पानी पीने योग्य है।
कुछ को पहले से था पीलिया
कार्यपालन अभियंता चंद्राकर का कहना है कि जो लोग पीलिया के मरीज मिले। वे पीलिया के पुराने मरीज हैं। वे अपना इलाज करा रहे हैं। उन्होंने अंदेशा जताया कि कुछ दूषित पदार्थ खा लिया होगा। जिस वजह से उन्हें पीलिया हो गया है। ऐसे मरीजों की संख्या सात मिली। मोहल्ले में एतिहातन साफ सफाई के बाद, चूना लाइनिंग और ब्लीचिंग कर क्लोरीन के टेबलेट बांटे गए। जोन कमिश्नर अरुण ध्रुव ने कहा कि उन्होंने शुक्रवार सुबह भी वार्ड पार्षद ज्ञानेश शर्मा के साथ इलाके का जायजा लिया। परेशानी की कोई बात नहीं है। सभी को पानी उबालकर पीने और बाहर की चीजें नहीं खाने की समझाइश दी गई है।
गत माह भी पीलिया पर निगम ने लिया था एक्शन :
आमापारा में पीलिया की खबर सामने आते ही निगम प्रशासन के मध्य जरूर हडक़ंप मचा। गत माह ही रायपुर के दलदल सिवनी इलाके में भी पीलिया के मरीज मिले थे। घरों में गंदा पानी आने की शिकायत के बाद महापौर एजाज ढेबर और आयुक्त सौरभ कुमार के निर्देश पर निगम अमले ने 7 मार्च को इलाके में अभियान चलाया था। जोन 2 अमले ने कुशाभाउ ठाकरे वार्ड के दलदल सिवनी डबरी पारा क्षेत्र का निरीक्षण किया था। पाया गया था कि पाइप लाइन नाली से होकर घरों तक जा रही है। जोन जल विभाग अमले ने 11 घरों के नल कनेक्शन काटे थे। बाहर से सुरक्षित तरीके से नई पाइप लाइन डालकर नल कनेक्शन चालू किए गए थे। निरीक्षण के दौरान गंदगी मिलने पर एक डेयरी संचालक पर जुमार्ना भी ठोंका गया था। एक डम्पर गोबर भी जब्त किया गया था। स्वास्थ्य परीक्षण शिविर भी लगाया गया था।