वेतन नहीं तो अंगूठा नहीं, शिक्षाकर्मियों ने बायोमेट्रिक का किया बहिष्कार

रायपुर। वेतन नहीं मिलने से नाराज शिक्षाकर्मियों ने आखिर मंगलवार को बायोमेट्रिक मशीन का बहिष्कार कर दिया। संघ ने इस बात का ऐलान पहले ही कर दिया था कि अगर उन्हें पांच फरवरी तक वेतन नहीं मिला तो वे 6 फरवरी से अंगूठा लगाना बंद कर देंगे और उन्होंने ऐसी ही किया। शिक्षाकर्मी वीरेन्द्र दुबे ने बताया कि पाटन तहसील में इसकी शुरुआत की गई है। साथ ही राज्य के पांच जिलों में जहां बायोमेट्रिक लागू है वहां भी मशीन पर अंगूठा नहीं लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन स्थानों पर मशीन नहीं लगी है वहां मुख्यालय में जाकर शिक्षाकर्मी प्रदर्शन करेंगे। श्री दुबे ने कहा कि शिक्षकों के समय पर आने के लिए मशीन लगाई जा रही है तो वेतन भी समय से दिया जाना चाहिए। सीएम ने खुद कहा कि किसी भी हाल में शिक्षाकर्मियों को पांच फरवरी तक वेतन दे दिया जाए, लेकिन इसका पालन नहीं हुआ। वेतन में देरी को लेकर संघ े 31 जनवरी को बैठक भी की थी, जिसमें शालेय शिक्षाकर्मी संघ के अध्यक्ष वीरेन्द्र दुबे ने साथियों के साथ मिलकर यह प्रण लिया था कि अगर वेतन नहीं मिला तो अटेंडेंस नहीं होगा। इस बात की घोषणा करते हुए उन्हें कलेक्टर, सीईओ, डीईओ और बीईओ को आवेदन भी दिया ।