
नई दिल्ली: संसद के बजट सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया है। निर्धारित समय से एक दिन पहले लोकसभा और राज्यसभी की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। संसद के मौजूदा बजट सत्र की शुरुआत 31 जनवरी से हुई थी और इसका समापन आठ अप्रैल को होना था।
लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के स्थगित कर दी गई। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सदन की कार्यवाही में सहयोग के लिए सभी सदस्यों को धन्यवाद दिया और कहा कि बजट सत्र के दौरान सदन की उत्पादकता 129 फ़ीसदी रही। सत्र के दौरान 27 बैंठकें हुईं और 177 घंटे 50 मिनट तक चर्चा चली।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के संसद के दोनों सदनों को 31 जनवरी को संयुक्त रूप से संबोधित करने के बाद राष्ट्रपति के अभिभाषण पर दो ,तीन और सात फरवरी को 15 घंटे 13 मिनट तक चर्चा हुई और सात फरवरी को प्रस्ताव ध्वनिमत से पारित कर दिया गया।
बिरला ने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश बजट बजट पर 15 घंटे 33 मिनट तक चर्चा हुई। अनुदान मांगों पर लगभग 13 घंटे तक चर्चा चली। राजमार्ग मंत्रालय में अनुपूरक मांगों पर 11 घंटे और वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय की अनुदान मांगों पर भी लम्बी चर्चा चली। अन्य सभी मंत्रालयों के लिए 23 मार्च को गिलोटिन पारित हुआ।
वहीं, राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही सदन में हंगामा होने लगा। इस बीच सभापति एम वेंकैया नायडू सत्र के दौरान सदन में किए गए कामकाज को समापन टिप्पणी को नहीं पढ़ सके, क्योंकि शिवसेना और अन्य विपक्षी सांसदों ने हंगामा किया।