छत्तीसगढ़

कोरबा शहर में घुसे जंगली हाथी…दहशत में लोग…

कोरबा। जंगली हाथी अब जंगलों से निकल कर शहर में दस्तक देने लगे हैं। बीती रात चार हाथियों का झुण्ड शहर में घुस आया। ये हाथी अभी भी मुड़ापार बस्ती के वृक्षारोपण क्षेत्र मेेंं मौजूद हैं। वन और पुलिस विभाग सहित प्रशासनिक अमला हाथियों की निगरानी कर रहा है। मौके पर कुतुहलवश सैकड़ों नागरिकों की भीड़ जुटी हुई है। कलेक्टर मो.कैसर अब्दुल हक ने नागरिकों से हाथियों के आसपास नहीं जाने और उनके शहर से बाहर जाने का रास्ता खुला रखने की अपील की है।

कोरबा वनमंडल में हाथियों का उत्पात जारी है। हाथियों के उत्पात से ग्रामीण सहमे हुए है। पिछले 3 दिनों से बालकों में उत्पात मचा रहा हाथियों का झुंड मंगलवार की सुबह शहर के नजदीक बसे ग्राम दादर जा पहुंचा जिससे गांव में हड़कंप मच गया जैसे ही इसकी भनक वन अमले और पुलिस को मिली दोनों ही टीम मौके पर पहुंचकर दादर मुख्य मार्ग को बंद कर हाथियों के झुंड को खदेडऩे का प्रयास करने लगे। शहर के नजदीक हाथियों के झुंड आ जाने से गांव में अफरातफरी की स्थिति निर्मित हो गई।



वन विभाग और पुलिस के प्रयास के बावजूद हाथियों का झुण्ड वापस जंगल की ओर नहीं गया। बल्कि अंधेरा होने के बाद यह दल शहर की ओर मानिकपुर बस्ती पहुंच गया। देर रात गये हाथियों का यह दल मानिकपुर से एसईसीएल कालोनी को पार कर मुड़ापार पहुंच गया। यहां एसईसीएल के हेलीपेड के निकट वृक्षारोपण क्षेत्र में हाथियों ने डेरा डाल दिया है। वन और पुलिस विभाग की टीम वृक्षारोपण के चारों ओर घेरा डालकर हाथियों की निगरानी कर रहा है। उधर शहर के भीतर हाथियों के घुस आने की खबर पाकर शहर के लोग हाथियों को देखने के लिए बड़ी संख्या में मौके पर पहुंच रहे हैं।

वन और पुलिस विभाग की टीम को नागरिकों को हाथियों की पहुंच से दूर रखने में काफी मुश्किलों का सामना क रना पड़ रहा है। बहरहाल हाथी अभी भी वृक्षारोपण क्षेत्र के भीतर हैं और नागरिकों की भीड़ के कारण उन्हें बाहर निकलने का रास्ता नहीं मिल रहा है। माना जा रहा है कि आज देर रात जब अंधेरा छा जाएगा और शहर सुनशान हो जाएगा तब इन हाथियों को वापस जंगल में खदेड़ जा सकेगा।

उल्लेखनीय है कि हाथियों का झुंड पहली बार शहर के भीतरी हिस्से में पहुंचा है। इससे पूर्व हाथियों का झुंड जंगल से सटे गांव में डेरा डाले रहते थे। शहर के नजदीक आने से वन विभाग की भी मुश्किल बढ़ गई है। बताया जाता है कि यह चारों हाथियों का झुंड सरगुजा वन मंडल से कोरबा मंडल पहुंचा था।

ज्ञात रहे कि पिछले लंबे समय से जिले में हाथियों का उत्पात जारी है। अब तक जंगली हाथी कई लोगों की जान ले चुका है। लगातार हाथी हमले से वनांचल क्षेत्र में बसने वाले लोगों में आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। वन विभाग की टीम द्वारा हाथियों के उत्पात को रोकने की दिशा पर कोई ठोस पहल नहीं की जा रही है। जिससे ग्रामीणों में वन विभाग के खिलाफ आक्रोश देखने को मिल रहा है।

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