
रायपुर: सनातन धर्मियों को एकत्रित करने के उद्देश्य से संत समाज की धर्म संसद 2021 का आयोजन रावण भाठा मैदान अंतर्राज्यीय बस स्टैण्ड के पास 25 एवं 26 दिसंबर को किया जा रहा है। उक्त धर्म संसद में चारों पीठों के शंकराचार्यों के प्रतिनिधि एवं 20 से 25 संत श्रद्धालुओं को संबोधित करेंगे।
उक्त जानकारी प्रेसक्लब रायपुर में आयोजित पत्रकारवार्ता में श्री नीलकंठ सेवा संस्थान के संस्थापक पंडित नीलकंठ त्रिपाठी, नगर निगम के सभापति प्रमोद दुबे, भाजपा के प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने ने दी। पत्रकारवार्ता में वार्ताकारों ने बताया कि धर्म संसद का आयोजन समाज में फैली विसंगतियों को दूर करने एवं बच्चों में उत्तम संस्कार डाले जाने हेतु आयोजित की जा रही है।
धर्म संसद में सनातन धर्म पर लगातार आपत्तिजनक आरोपों एवं सोशल मीडिया में विकृत विचारधारा हिन्दू धर्म के खिलाफ लिखे जाने के विरूद्ध संगठित रूप से अपने विचारों को जन-जन तक पहुंचाना है। कार्यक्रम का शुभारंभ निशान एवं कलशयात्रा पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमनसिंह द्वारा सुबह 10 से 12 बजे के मध्य निकाली जाएगी।
दीप प्रज्जवलन 12.30 बजे होगा। संतों का सम्मान एवं पूजा अर्चन दोपहर एक बजे एवं संतों एवं आयोजन समितियों का परिचय कार्यक्रम डेढ़ बजे दिया जाएगा। दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे के मध्य धर्म संसद में आने वाले मुद्दों पर संत समाज चर्चा करेंगा। रात्रि भजन संध्या का आयोजन किया गया है। द्वितीय दिवस 26 दिसंबर को संतों का व्याख्यान सुबह 10 से 2 बजे के मध्य होगा। तत्पश्चात कार्यक्रम का समापन प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मुख्य आतिथ्य में संतों के सम्मान के साथ होगा।