जगदलपुर। नक्सली एनआरसी और नागरिकता कानून का विरोध कर रहे हैं। नक्सलियों ने इसके विरोध में पर्चे फेंके हैं। नक्सलियों ने पर्चे में कहा है कि इस कानून से रीति-रिवाज पर असर पड़ेगा और इससे स्थानीय लोगों को विस्थापन का दंश झेलना पड़ सकता है।
नक्सलियों ने सरकार पर आरोप लगाया है कि इससे कई वर्ग को परेशानी हो सकती है। आदिवासियों को जल जंगल जमीन छोडऩा पड़ सकता है और इस पर लुटेरों का राज हो जाएगा।
नक्सलियों ने सभी वर्गों से इस कानून का विरोध करने कहा है। पर्चे में कहा गया है कि नया कानून लाकर केंद्र की भाजपा सरकार 20 से 30 लाख आदिवासियों को जंगल जमीन से बेदखल करना चाहती है।
नक्सलियों ने केंद्र पर आरोप लगाया है कि मोदी सरकार गरीब जनता का दमन कर रही है और निर्दोषों को मारपीट कर जेल भेज रही है। नक्सलियों ने दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के सचिव रमन्ना को गरीबों के हक के लिए लडऩे वाले निरूपित करते हुए कहा है कि अब गुरिल्ला युद्ध को मोबाइल युद्ध में बदला जाएगा।
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