रायपुर। राजधानी रायपुर के साईंस कॉलेज मैदान में तीन दिवसीय युवा महोत्सव का रंगारंग आयोजन किया जा रहा है। राज्य स्तरीय युवा महोत्सव में रविवार को पहले दिन अलग-अलग विद्याओं में युवाओं ने रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। जिसमें विजेता युवाओं की सूची इस प्रकार हैं। देखें पूरी सूची।
New Doc 2020-01-12 (1)युवा जोश और हुनर की झंकार की झलक आज राजधानी में नजर आई। प्रदेश के सभी जिलों से आए युवा कलाकारों ने छत्तीसगढ़ की ग्रामीण संस्कृति एवं कला की पृष्ठभूमि पर आधारित नृत्य एवं कार्यक्रम की शानदार प्रस्तुति दी।
राज्यस्तरीय इस आयोजन में लोकनृत्य ने सबका मन मोह लिया वहीं करमा और राउत नाच जैसे कार्यक्रम को देखकर सभी रोमांचित होते रहे। पारंपरिक वेशभूषा, वाद्ययंत्रों और कलाकारों की भाव भंगिमाओं के बीच सभी कार्यक्रमों में जीवंतता बनी रही।
40 साल से अधिक उम्र के कलाकारों ने मंच पर अपने अनुभव कला का शानदार प्रदर्शन किया। यहीं वजह थी कि युवा महोत्सव के कार्यक्रम को देखने वाले दर्शकगण अंतिम क्षण तक कार्यक्रमों को निहारते रहे।
साइंस कॉलेज मैदान एवं खेल संचालनालय परिसर में आयोजित छत्तीसगढ़ राज्य महोत्सव का आज शुभारंभ के पश्चात यहाँ अलग-अलग मंचों पर अलग-अलग विधा के कार्यक्रम आयोजित किए गए। मुख्य मंच पर प्रदेश के 27 जिलों से आए कलाकारों ने करमा नृत्य की प्रस्तुति दी। ओपन मंच में राउत नाच की धूम रही। सजी-धजी वेश-भूषाओं में डंडे के साथ सामूहिक नृत्य की प्रस्तुति दी गई।
परिसर में तैयार अन्य मंच पर लोकनृत्यों के कार्यक्रम आयोजित किए गए। बीजापुर के कलाकारों ने माटी तिहार के दौरान प्रस्तुत किए जाने वाले नृत्य की प्रस्तुति से सबको आकर्षित किया। ढोल, शहनाइयों के बीच ताल में ताल मिलाकर थिरकते पैरों ने सबको रोमांचित किया।
रायपुर के पुरुष कलाकारों ने गौरी-गौरा नृत्य से न सिर्फ छत्तीसगढ़ी संस्कृति को मंच पर प्रस्तुत किया, इन कलाकारों ने हैरत अंगेज कलाबाजियों से दर्शकों की खूब तालियां भी बटोरी। रायपुर के गौरी-गौरा नृत्य की प्रस्तुति सबके लिए कौतूहल का केंद्र भी बनी रही।
बस्तर संभाग के अंतर्गत सुकमा जिला के कलाकारों ने धुरवा, जगदलपुर के कलाकारों ने माडिय़ा नृत्य से जनजाति संस्कृति की छाप मंच पर कार्यक्रम के माध्यम से छोड़ी। कोरबा जिला के कलाकारों ने पठारी और वनांचल क्षेत्रों में होने वाले विवाह को मंच पर हूबहू प्रस्तुत किया। कोरिया और सूरजपुर के कलाकारों ने ग्रामीण अंचलों में खुशी के अवसर पर होने वाले कार्यक्रमों को प्रस्तुत किया।
सरगुजा के कलाकारों ने लोहंडी बाजा, मुंगेली के कलाकारों ने डंडा नृत्य प्रस्तुत किया। राजनांदगांव के कलाकारों ने मांदर नृत्य और वाद्य यंत्रों की थाप से सभी को झूमने से मजबूर किया। मांदर की थाप में झूमते नृत्य करते कलाकारों की प्रस्तुति से कार्यक्रम स्थल का माहौल भी रंगीन सा हो गया। इन कलाकारों की प्रस्तुति को सभी ने सराहा।
यह भी देखें :
Add Comment