
छत्तीसगढ़ के बालोद-राजनांदगांव जिले के मनगटा और दुर्ग जिले के अंडा थाना क्षेत्र के ग्राम अछोटी के बाद बाघ ने शनिवार रात बालोद जिले के लाटाबोड़ गांव में गाय का शिकार किया है।
रविवार सुबह गाय की हड्डियां और क्षत विक्षत शरीर देखकर लोगों ने बाघ के शिकार की सूचना वन विभाग और पुलिस को दी। जिसके बाद तुरंत टीम ने घटना स्थल पहुंचकर बाघ के शिकार की पुष्टि की।
इधर बाघ का लोकेशन लाटाबोड़ में दिखने के बाद वन विभाग की टीम अलर्ट हो गई है। अचानकमार बाघ रिजर्व सेंटर बिलासपुर से डॉग स्क्वॉड व हाथी लाकर खोजबीन शुरू कर दी है।
डीएफओ ने आस-पास के सभी गांवों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। बाघ को पकडऩे के लिए बालोद, दुर्ग व राजनांदगांव के वन विभाग के लगभग 200 कर्मचारी लगे हुए हैं। लाटाबोड़ लोकेशन क्षेत्र को वन विभाग की टीम ने चारों ओर से घेर लिया है।
बाघ देखे जाने की घटना के बाद डीएफओ और तहसीलदार ने लाटाबोड़ से लगे दो दर्जन से अधिक गांवों में कोटवार के माध्यम से मुनादी कराई। साथ ही सभी ग्रामीणों को सतर्क रहने कहा। मुनादी के बाद से खेत में काम कर रहे किसान और मजदूर डर के करण घर लौटे।
ग्राम लाटाबोड़ में बाघ को सबसे पहले किसान कन्हैया राम 43 साल ने देखा। उन्होंने बताया वह शनिवार सुबह ही अपनी मोटरसाइकिल से खेत जा रहा था। बाइक खड़ी कर जैसे ही खेत की ओर जाने वाला था तभी बाघ उनसे 20 मीटर दूर से दुर्ग-बालोद मार्ग सडक़ पार कर खेत में चला गया।
उसी दौरान रास्ते से गुजर रहे ट्रक ड्राइवर ने ट्रक के ऊपर चढक़र बाघ को देखा। इसके बाद बाघ देखे जाने की जानकारी गांव वालों को और फिर पुलिस व वन विभाग को दी। उन्होंने बताया कि पहली बार खुले जगह में इतने करीब से बाघ देखने के बाद वह डर गया था।
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