
रायपुर। विधानसभा चुनाव में टिकट को लेकर कांग्रेस में मचा घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। अभी 72 सीटों की लिस्ट बची है, जिसमें माथापच्ची हो रही है। मंगलवार को दिल्ली में हुई बैठक में सूची को अंतिम रुप नहीं दिया जा सका। अब 26 को फिर मीटिंग होगी।
23 तारीख की बैठक में प्रत्याशियों को लेकर काफी उठा-पटक देखने को मिली। बैठक में मौजूद नेताओं के बीच नामों को लेकर सहमति नहीं बन पाई। कुछ लोग किसी के नाम पर सहमत थे तो किसी को किसी नाम से परहेज था, इसी बीच एक समय ऐसा भी आया जब पीसीसी चीफ भूपेश बघेल बैठक छोड़कर बाहर निकल गए।
सूत्रों के मुताबिक भूपेश इसलिए बैठक से बाहर निकल, क्योंकि उनके पसंदीदा उम्मीदवारों के नाम पर असहमति जैसी स्थिति थी। भूपेश ज्यादा से ज्यादा अपने समर्थकों को मैदान में उतारना चाहते हैं। ऐसे ही कुछ और नेता भी अपने करीबियों को टिकट दिलाने की जुगत में है। जिसकी वजह से पेंच फंस गया है।
हाईकमान भी लिस्ट को लेकर असमंजस में है कि नेताओं को बीच सामंजस्य कैसे बनाया जाए। अगर लिस्ट में सभी की सहमति नहीं होगी तो हो सकता है पार्टी को फिर नुकसान उठाना पड़ेगा। इस बार जिस तरह से भाजपा ने टिकट बांटी है उससे कांग्रेस को पूरी उम्मीद है कि छत्तीसगढ़ में सूखा खत्म होगा और सरकारी बनेगी।
यह भी एक वजह से है कि प्रथम पंक्ति के नेता ज्यादा से ज्यादा अपने समर्थकों को टिकट दिलाने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि सत्ता मिलने के बाद वे सीएम की कुर्सी तक पहुंच सके।
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