कोरबा। आचार संहिता शिथिल होते ही विद्युत कंपनी में तबादला व पदोन्नति का सिलसिला शुरू हो गया। तीनों संयंत्र में पदस्थ कार्यपालक निदेशक को रायपुर स्थानांतरित करते हुए मुख्य अभियंता को पदस्थ किया गया है। पीके जैन को डीएसपीएम टीपीपीए एसके मेहता को एचटीपीपी तथा वास को मड़वा प्लांट का मुख्य अभियंता बनाया गया है। मुख्य अभियंता एसके बंजारा को पूर्व संयंत्र का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
विद्युत कंपनी में प्रबंध निदेशक का पदभार संभालने के बाद राजेश वर्मा ने कार्य में कसावट लाने के उद्देश्य से फेरबदल के साथ ही जिम्मेदारी तय करने के संकेत दिया था। प्लांट में पदस्थ कार्यपालक निदेशक को रायपुर में पदस्थ कर मुख्य अभियंताओं को प्लांट की जिम्मेदारी सौंपने की हुई। जानकारों का कहना है कि मुख्यालय स्तर सूची तैयार कर ली गई थी, पर निकाय चुनाव की आचार संहिता लागू होने से आदेश जारी नहीं किया जा रहा था।
जैसे ही आचार संहिता शिथिल हुई, वैसे ही तबादला व पदोन्नति सूची जारी कर दी गई। एमडी ने विभिन्न पद पर लंबे समय से रायपुर में जमे अफसरों को भी प्लांट में तबादला करते हुए जिम्मेदारी सौंपी है। इसके साथ ही तीनों प्लांट में पदस्थ कार्यपालक निदेशक को रायपुर बुला लिया है। इसमें अटल बिहारी वाजपेयी ताप विद्युत गृह मड़वा के कार्यपालक निदेशक एमएस कंवर को फ्यूल मैनेजमेंट रायपुर, डीएसपीएम के कार्यपालक निदेशक सीएल नेताम को एसएंडपी रायपुर, कार्यपालक निदेशक एसएंडपी आरएस ठाकुर को सीएंडआर, रायपुर,एचटीपीपी के कार्यपालक निदेशक पीपी मोडक को कार्यपालक निदेशक नवीनीकरण रायपुर में पदस्थ किया गया है।
उनके स्थान पर रायपुर में पदस्थ मुख्य अभियंता नवीनीकरण एसके मेहता को मुख्य अभियंता एचटीपीपी तथा मुख्य अभियंता सीएंडआर, रायपुर पीके जैन को मुख्य अभियंता डीएसपीएम टीपीपी पदस्थ किया गया है। इसके साथ ही रायपुर में अतिरिक्त मुख्य अभियंता के पद पर आरके वास को मुख्य अभियंता के पद पदोन्नत किया गया है। इसके साथ ही उन्हें मड़वा ताप विद्युत गृह संयंत्र की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इधर लंबे समय से बगैर मुख्य अभियंता के संचालित पूर्व संयंत्र का अतिरिक्त प्रभार पीजीटीआइ मुख्य अभियंता के पद पर पदस्थ एसके बंजारा को सौंपा गया है। आगामी एक जनवरी से सभी आदेश लागू होंगे और एक माह के भीतर उन्हें कार्यभार ग्रहण करना होगा। आदेश जारी होने के साथ ही अफसरों में हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है कि कार्य में कसावट लाने के उद्देश्य से एमडी ने अफसरों का तबादला किया है और विशेषज्ञ अफसरों को पदस्थ किया है।
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